दिन के कारोबार के लिए एक परिचय

बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है?

बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है?
Crypto Tax In Hindi

बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है?

Stroyinvestleeasing LLC (www.sil.by) 2002 में स्थापित एक मल्टी-प्रोफाइल लीज़िंग कंपनी है और लीज़िंग ऑर्गनाईज़ेशन नम्बर. 29 तिथि 03.11.2014, आयडेंटिफ़िकेशन कोड 10029 के रजिस्टर में शामिल किए जाने पर बेलारूस गणराज्य के नेशनल बैंक के सर्टिफिकेट के आधार पर बेलारूस गणराज्य के फाइनेंशियल सेवा बाज़ार में काम कर रही है.

कंपनी के मुख्य व्यवसाय क्षेत्रों बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है? में निम्नलिखित शामिल हैं:

  • कई सारी चीज़ों (जैसे मशीनरी, ट्रांसपोर्ट, उपकरण, रियल एस्टेट, आदि) के फाइनेंशियल और ऑपरेटिंग लीज़िंग पर;
  • रिडेमपशन के अधिकार के साथ-साथ चल और अचल संपत्ति को लीज़िंग पर देना;
  • पेचीदा तकनीकी सामानों की खरीद और बिक्री, जिनमें डेफर्ड पेमेंट मौजूद हैं.

Stroyinvestleasing LLC अंदरूनी और बाहरी (आयात, निर्यात) बाज़ारों, दोनों में, पर काम करता है. 17 साल के काम के लिए कंपनी ने 750 से ज़्यादा व्यावसायिक परियोजनाओं को लागू किया है. 500 से ज़्यादा लीज़िग पार्टनर्स को 1900 से अधिक लीज़िग ऑब्जेक्ट मिले हैं.

We hereby warn about the following risks:

1. Digital signs (tokens) (hereinafter referred to as “tokens”) are not legal tender and are not required to be accepted as a means of payment.

2. Tokens are not backed by the state.

3. Acquisition of tokens may lead to complete loss of funds and other objects of civil rights (investments) transferred in exchange for tokens (including as a result of token cost volatility; technical failures (errors); illegal actions, including theft).

4. The distributed ledger technology (blockchain), other distributed information system and similar technologies are innovative and constantly updated, which implies the need for periodic updates (periodic improvement) of the information system of Dzengi Com CJSC and the risk of technical failures (errors) in its operation.

मुश्किल होगा क्रिप्टोकरेंसी का लेनदेन! टैक्स को लेकर सरकार और सख्त

टाइम्स नाउ डिजिटल

Indian Government on Cryptocurrency: Finance Bill 2022 finance ministry proposes amendments to tighten norms for crypto taxation

  • एक फीसदी टीडीएस लगाने का प्रस्ताव एक जुलाई, 2022 से प्रभाव में आएगा।
  • CoinMarketCap के अनुसार, शाम 4:45 बजे के करीब ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैप 2.01 लाख करोड़ डॉलर था।
  • खबर लिखने के समय तक बिटकॉइन की कीमत 44,317.14 डॉलर थी।

Indian Government on Cryptocurrency: सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) का काफी क्रेज है। कई देशों ने क्रिप्टोकरेंसी पर अलग-अलग नियम भी लागू किए हैं। बात अगर भारत की करें, तो भारत सरकार फिलहाल क्रिप्टोकरेंसी पर राहत देने के मूड में बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है? नहीं दिख रही है। सरकार ने वित्त विधेयक-2022 (Finance Bill 2022) में कुछ दबलाव करते हुए इसके लिए नियम और सख्त करने का प्रस्ताव रखा है।

क्रिप्टो करेंसी के लिए किस तरह का कर देना चाहिए?

एक रिपोर्ट के मुताबिक Sag infotech के मैनेजिंग डायरेक्टर अमित गुप्ता का कहना है कि यदि आप किसी भो क्रिप्टो करेंसी में खरीदारी या ट्रेडिंग करते है तो उससे होने वाली कमाई पर बिज़नेस इनकम के तौर पर टैक्स देना चाहिए। और अगर आप लंबे समय के लिए क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट करते है तो आपको कैपिटल गेन के तौर पर टैक्स देना चाहिए। चलिए अब हम आपको कैपिटल गेन टैक्स के बारे में नीचे थोड़ी जानकारी देते है ताकि आपको और अच्छे से पता चल सके।

कैपिटल गेन टैक्स भी दो तरह से लगत है जैसे शार्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स और लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स। तो कैपिटल गेन टैक्स के लिए Sag infotech के मैनेजिंग डायरेक्टर अमित गुप्ता का कहना है कि यदि आपने किसी भी क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट किया है और आप उस इन्वेस्टमेंट को तीन साल से पहले निकालते है तो आपको शार्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगता है जो कि 15 फीसदी होता है। और यदि आप उस इन्वेस्टमेंट को 3 साल के बाद निकालते है तो आपको लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगता है जो कि 20 फीसदी होता है। तो अब आप समझ गए होंगे कि कैपिटल गेन टैक्स कितना लगता है।

क्या क्रिप्टो करेंसी गैर कानूनी है ?

हमारे भारत देश मे क्रिप्टो करेंसी खरीदना गैर कानूनी नही है आप इसे जब चाहे तब खरीद सकते है और बेच भी सकते है। परंतु बात जब इसके टैक्स देने की आती है तो यह पूरी तरह से आप पर निर्भर करता है कि आपको टैक्स देना है या नही। यदि आप क्रिप्टो करेंसी से पैसा कमा रहे है और वह कमाई हुई रकम बहुत ही ज्यादा है तो आपको यह साबित करने की जरूरत पड़ती है कि आखिर वह आपकी बिज़नेस इनकम है या फिर आपका बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है? कोई एसेट इनकम है। यदि आप इस कमाई को एसेट में दिखाते है तो आपको कैपिटल गेन टैक्स देना पड़ता है।

ऊपर दी गयी जानकारी तो आपने पढ़ी होगी लेकिन फिर भी कई लोगो के मन मे कुछ सवाल आते है, तो हम आपको नीचे कुछ सवालों के शार्ट में जवाब भी दे देते है ताकि आपको किसी बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है? भी तरह की कोई कंफ्यूज़न न हो।

FAQ भारत में क्रिप्टोमुद्राओं पर कैसे कर लगाया जाता है ?

Q. 1. क्या भारत में क्रिप्टो-मुद्राओं पर कर लगाया जाता है ?

जी नही हमारे भारत देश मे क्रिप्टो करेंसी पर कोई भी टैक्स नही लगाया जाता है, परंतु यदि आप बहुत बड़ी रकम की लेनदेन करते है तो आप क्रिप्टो करेंसी पर टैक्स देना चाहिए।

Q. 2. क्रिप्टो करेंसी पर टैक्स न दिया तो क्या होगा ?

जैसे कि आप सभी लोग जानते है कि अभी तक RBI ने क्रिप्टो करेंसी को मंजूरी नही दी है और इसी कारण टैक्स विभाग ने भी अभी तक टैक्स पर कुछ नही कहा है। वैसे क्रिप्टो करेंसी पर टैक्स न दिया जाए तो फिलहाल तो कुछ नही होगा, परंतु आगे चलकर आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकता ह।

वर्चुअल एसेट से वित्तमंत्री का मतलब क्या है?

आसान तरीके से समझें तो आप जो सोना खरीदते हैं या जो घर खरीदते हैं, वो आपकी Assets होती है. मतलब आपकी सम्पत्ति, ना कि ये करेंसी है. ठीक इसी तरह Crypto Currency भारत सरकार के लिए एक Asset होगी और इस पर लोगों से टैक्स वसूला जाएगा. अगर आप ये सोच रहे हैं कि Bitcoin, Ethereum, Tether, Ripple जैसी डिजिटल करेंसी को लीगल माना गया है तो तकनीकी तौर पर बिल्कुल सही नहीं है. हालांकि, लोग इसमें निवेश कर सकेंगे.

सरकार के प्रतिनिधियों ने ये भी बताया कि देश में क्रिप्टोकरेंसी ट्रांजैक्शन साल 2017 से ही सरकार के राडार पर है. इस पर टैक्स लगाने से सरकारी खजाने में मोटी रकम पहुंचनी तय है. अभी अमेरिका, ब्रिटेन, इटली, Netherlands और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में वर्चुअल करेंसी (Virtual Currency) पर वहां की सरकारें टैक्स लगाती हैं. सरकार के इस फैसले के पीछे एक बड़ी वजह ये हो सकती है कि, हमारे देश में जितने लोगों ने CryptoCurrency में निवेश किया है, वो देश की आबादी का लगभग 8% हैं. RBI के आंकड़ों के मुताबिक, इन लोगों ने अपने 70 हजार करोड़ रुपए इस समय ऐसी Virtual Currency में लगाए हुए हैं. पूरी दुनिया में CryptoCurrency में ट्रेड करने के मामले में भारतीय सबसे आगे हैं. सरल शब्दों में कहें तो ये 30 प्रतिशत टैक्स, सीधे तौर पर 70 हजार करोड़ रुपए के निवेश को एक गारंटी देगा और हो सकता है कि भारत में इसका इस्तेमाल बढ़ जाए.

गिफ्ट पर भी लगेगा टैक्स, ऐसे होगा कैलकुलेट

बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री ने वर्चुअल एसेट्स (Virtual Assets) के ट्रांजैक्शन से हुई कमाई पर 30% टैक्स लगाने का प्रस्ताव किया. क्रिप्टोकरेंसी गिफ्ट करने को भी ट्रांजेक्शन माना जाएगा. मतलब अगर आप क्रिप्टोकरेंसी किसी को गिफ्ट में देते हैं तब भी 30 फीसदी टैक्स की देनदारी बनेगी. गिफ्ट किए जाने के मामले में उस समय की वैल्यू पर टैक्स लगेगा. इस वैल्यू को Recipient का इनकम माना जाएगा और उसे वैल्यू पर टैक्स देना होगा.

एक और बात जो नोटिस करने वाली है कि ये नया टैक्स आने बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है? वाले कारोबारी साल यानी 1 अप्रैल से लागू होगा. यानी क्रिप्टो में कारोबार करने वालों के पास फिलहाल 31 मार्च तक की मोहलत है. वित्त मंत्री ने यह भी प्रस्ताव किया कि डिजिटल एसेट्स के दायरे में क्रिप्टोकरेंसी के अलावा NFT समेत सारे टोकन आते हैं, जो सेंट्रल बैंक के फ्रेमवर्क में नहीं हैं. वित्त मंत्री ने यह भी बताया कि रिजर्व बैंक की डिजिटल करेंसी आने आने वाली है. ये सारे बदलाव बजट पर कैबिनेट की मुहर लगने के बाद 1 अप्रैल 2022 से लागू हो जाएंगे.

Bitcoin जैसी क्रिप्टोकरेंसी को भारत में नहीं मिलेगी कानूनी वैधता, फाइनेंस सेक्रेटरी ने बताई ये वजह

फाइनेंस सेक्रेटरी टीवी सोमनाथन

  • moneycontrol
  • Last Updated : February 02, 2022, 21:38 IST

नई दिल्ली. देश के फाइनेंस सेक्रेटरी टीवी सोमनाथन (TV Somanathan) ने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर बुधवार को बड़ी बात कही. सोमनाथन ने कहा कि दुनिया की सबसे प्रचलित क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वाइन (Bitcoin), इथीरियम या नॉन फंजीबल टोकन यानी एनएफटी (NFT) कभी वैध मुद्रा या लीगल टेंडर घोषित नहीं हो सकते. उन्होंने कहा कि क्रिप्टो एसेट को सरकार की तरफ से बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है? कोई मंजूरी नहीं मिली है और इसके दाम प्राइवेट तरीके से सेट किए जाते हैं.

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