दिन के कारोबार के लिए एक परिचय

बिटकॉइन भारत में वैध है या नहीं?

बिटकॉइन भारत में वैध है या नहीं?
शुरू में उतना ही निवेश करें जितना घाटा सहने की क्षमता हो. यानी कि निवेश पर कुछ न भी मिले तो आपकी आर्थिक स्थिति डांवाडोल नहीं होनी चाहिए. ठीक स्टॉक मार्केट की तरह ही cryptocurrency को भी लें कि बाजार में गिरावट आई तो मिनटों में कमाई जा सकती है. अपनी कमाई का एक हिस्सा क्रिप्टोकरंसी के लिए पहले ही बाहर निकाल दें जिसे सुविधा के हिसाब से खरीद बिक्री कर सकें.

क्रिप्टोकरेंसी से बैन हटा, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अब सभी बैंक Bitcoin जैसी क्रिप्टोकरेंसी की लेन-देन शुरू कर सकते हैं

क्रिप्टोकरेंसी से बैन हटा, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अब सभी बैंक Bitcoin जैसी क्रिप्टोकरेंसी की लेन-देन शुरू कर सकते हैं

सुप्रीम कोर्ट ने क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency ) को लेकर बुधवार को एक बड़ा फैसला सुनाया है। सर्वोच्च न्यायालय ने इस पर लगे सभी प्रतिबंध हटा लिए हैं। न्यायमूर्ति रोहिंटन नरीमन की अध्यक्षता वाली पीठ ने यह निर्णय दिया और इसमें जस्टिस अनिरुद्ध बोस और वी रामसुब्रमण्यन भी शामिल थे। यानी अब देश के सभी बैंक Bitcoin जैसी क्रिप्टोकरेंसी की लेन-देन शुरू कर सकते हैं। बता दें कि RBI ने साल 2018 में एक सर्कुलर जारी कर क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) कारोबार को बैन दिया था।

क्रिप्टोकरेंसी का वो नकारात्मक पहलू जिस पर कोई प्रकाश नहीं डाल रहा

Bitcoin

क्रिप्टोकरेंसी जब से मार्केट में आया है इसने लोगों का ध्यान आकर्षित किया है। दुनिया बिटकॉइन जैसे कई क्रिप्टोकरेंसी को स्वीकार करने के लिए उत्साहित दिखाई दे रही है। हालांकि, मीडिया केवल क्रिप्टोकरेंसी में अपना अव्वल स्थान बना चुके बिटकॉइन के सकारात्मक पक्ष को दिखाने में व्यस्त है, जबकि इसका एक नकारात्मक पक्ष भी है, जिसपर चर्चा करना अति आवश्यक है। इस लेख में बिटकॉइन के नकारात्मक पक्ष को विस्तार से समझेंगे और यह पता लगाने की कोशिश करेंगे कि क्या हमें वास्तव में बिटकॉइन भारत में वैध है या नहीं? बिटकॉइन को स्वीकार करना चाहिए?

बिटकॉइन की लोकप्रियता इस तथ्य से परिलक्षित होती है कि 2020 में बिटकॉइन की कीमत चार गुना बढ़ चुकी थी और वर्ष के अंत तक इसकी कीमत 29,000 डॉलर के करीब पहुंच गयी थी। मौजूदा समय में इसकी कीमत 60,290 डॉलर के करीब पहुंच गई है। वैश्विक ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी बाजार में साल 2025 तक इसकी कीमत 57 बिलियन डॉलर से अधिक तक पहुंचने का अनुमान है। समस्या यह है कि वर्तमान में क्रिप्टोकरेंसी के व्यापार के लिए कोई कानूनी नियम नहीं हैं। यहां तक कि कई देशों की सरकार भी बिटकॉइन जैसे क्रिप्टोकरेंसी को लेकर संशय में हैं। यही कारण है कि कोई भी विनियमित वित्तीय संस्थान क्रिप्टोकरेंसी के लेनदेन का समर्थन नहीं करता है।

उभरता हुआ खतरा है क्रिप्टोकरेंसी

जब आप पैसे को ट्रैक नहीं कर सकते, तो लोग अवैध लेनदेन के लिए इसका फायदा उठाना शुरू कर देते हैं। डार्क वेब पर इसका उपयोग मनी लॉन्ड्रिंग, फिरौती की मांग जैसे मामलों के लिए किया जा रहा है। साल 2017 और 2020 के बीच सबसे अधिक क्रिप्टोकरेंसी फंडिंग प्राप्त करने वाले अपराध के उदाहरण देखें, बिटकॉइन भारत में वैध है या नहीं? तो इसमें आतंकवादियों की फंडिंग, डार्क वेब पर ड्रग्स और हथियार का क्रय-विक्रय, कई तरह के घोटाले आदि शामिल हैं। इसके अलावा क्रिप्टो का इस्तेमाल आपराधिक गतिविधियों जैसे कि मनी लॉन्ड्रिंग और कर चोरी तथा अंतरराष्ट्रीय व्यापार के प्रतिबंधों से बचने के लिए किया जाता है।

हम देख सकते हैं कि कानून प्रवर्तन और सुरक्षा संगठनों द्वारा क्रिप्टोकरेंसी को एक उभरता हुआ खतरा क्यों माना जाता है। उदाहरण के लिए अगर भारत ने क्रिप्टोकरेंसी को वैध बना दिया तो फिर न तो मनी लॉन्ड्रिंग के स्रोतों का पता चलेगा और न ही आतंकी फंडिग का। पाकिस्तानी आतंकियों के लिए भी फंडिंग के नए बिटकॉइन भारत में वैध है या नहीं? रास्ते खुल जाएंगे और अमेरिका तथा अन्य देशों में बैठी भारत-विरोधी ताकतें इसका सबसे अधिक फायदा उठाएंगी तथा सरकार का कोई नियंत्रण बिटकॉइन भारत में वैध है या नहीं? नहीं रह जाएगा। यही कारण है कि भारत सरकार ने हाल ही बिटकॉइन भारत में वैध है या नहीं? में बजट सत्र के दौरान क्रिप्टो करेंसी से जुड़ा बिल, “The Cryptocurrency and Regulation of official digital currency Bill 2021” पारित किया था।

इससे मिलेगा वित्तीय अपराधों को बढ़ावा

ब्लॉकचेन एक बेहतरीन तकनीक है और वास्तव में वित्तीय लेनदेन के लिए उपयोगी भी है। हालांकि, यह दिन-प्रतिदिन के लेनदेन को लक्षित नहीं करता है। क्रिप्टोकरेंसी लेनदेन के लिए ब्लॉकचेन तकनीक पर निर्भर करता है जो एक पारस्परिक समझौता आधारित Mutual Agreement पर आधारित प्रणाली है। ब्लॉकचेन तकनीक में कई स्थानों पर शेयरिंग और अपडेटिंग की आवश्यकता होती है, जिससे खुदरा लेनदेन के लिए सिस्टम बहुत धीमा हो जाता है।

अगर देखा जाये तो क्रिप्टोकरेंसी किसी भी तरह से विश्वसनीय नहीं है। नकारात्मक पक्ष सीधे तौर पर किसी भी देश की आंतरिक सुरक्षा को निशाना बनाते हैं। क्रिप्टोकरेंसी की चलन बढने से न सिर्फ देश में आतंकी गतिविधियों के बढने का डर रहेगा, बल्कि हर प्रकार के वित्तीय अपराधों को बढ़ावा मिलेगा। ऐसे में यह आवश्यक है कि हम इस सवाल पर दोबारा विचार करें कि क्या हमें वास्तव में बिटकॉइन को स्वीकार करना चाहिए?

बिटकॉइन के इस्तेमाल पर पेटीएम का बड़ा बयान, क्रिप्टोकरेंसी वैध होने पर कर सकता है विचार

  • Money9 Hindi
  • Publish Date - November 5, 2021 / 03:11 PM IST

बिटकॉइन के इस्तेमाल पर पेटीएम का बड़ा बयान, क्रिप्टोकरेंसी वैध होने पर कर सकता है विचार

बिटकॉइन एक किस्म की वर्चुअल करेंसी है. जो 2009 मं शुरू हुई थी. फिलहाल बिटकॉइन तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं.

Bitcoin: अगर भारत की रेगुलेटरी बिटकॉइन भारत में वैध है या नहीं? एजेंसी क्रिप्टो कॉइन पर जारी अनिश्चितता को खत्म कर देती हैं तो, डिजिटल पेमेंट में भारत का अग्रणी प्लेटफॉर्म पेटीएम बिटकॉइन (Bitcoin) की बिटकॉइन भारत में वैध है या नहीं? पेशकश पर विचार कर सकता है. लाइव मिंट ने ब्लूमबर्ग टीवी के एक इंटरव्यू के हवाले से ये रिपोर्ट दी है. ब्लूमबर्ग टीवी के हसलिंडा अमीन और रिशाद सलामत को मुख्य वित्तीय अधिकारी मधुर देवड़ा ने एक इंटरव्यू में ये बात कही. देवड़ा ने कहा बिटकॉइन भारत में वैध है या नहीं? कि इस संबंध में अभी सभी एसेट ग्रे एरिया में ही हैं.

Cryptocurrency क्या है? ट्रेडिंग से पहले जान लें जरूरी बातें

  • Paurav Joshi
  • Publish Date - August 11, 2021 / 02:48 PM IST

Cryptocurrency क्या है? ट्रेडिंग से पहले जान लें जरूरी बातें

बिटकॉइन एक किस्म की वर्चुअल करेंसी है. जो 2009 मं शुरू हुई थी. फिलहाल बिटकॉइन तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं.

एक वक्त था, जब दुनिया में कोई मुद्रा (Currency) नहीं थी. सिर्फ वस्तुओं के बदले वस्तुओं का लेन-देन होता था. लेकिन उसके बाद नोट और सिक्के अस्तित्व में आए. आज यही नोट और सिक्के हमारी मुख्य Currency हैं. लेकिन इसके अलावा भी एक करेंसी है, जो पूरी तरह Digital है. इसे Cryptocurrency कहा जाता है.

आखिर क्या है बिटकॉइन भारत में वैध है या नहीं? बिटकॉइन भारत में वैध है या नहीं? क्रिप्टो करेंसी?

ब्लॉकचेन कानून : पक्ष- विपक्ष

हाल ही में क्रिप्टोकरेंसी तथा ब्लॉकचेन की वैधता का विश्लेषण करने के लिए गठित अंतर-मंत्रिस्तरीय समिति ने अपनी रिपोर्ट दी है। इस समिति की सिफारिश को मानते हुए क्रिप्टोकरेंसी एण्ड रेग्यूलशन ऑफ ऑफिशियल डिजीटल करेंसी बिल, 2019 में इससे संबंधित कठोर दंड का प्रावधान रखा गया है।

क्रिप्टोकरेंसी क्या है ?

यह एक प्रकार की डिजिटल मुद्रा है, जो भौतिक रूप में उपलब्ध नहीं बिटकॉइन भारत में वैध है या नहीं? होती। यह आभासी (वर्चुअल) मुद्रा है। इसका उपयोग ब्लॉकचेन तकनीक के माध्यम से लेन-देन के लिए किया जाता है। बिटकॉइन इथीरियम, रिप्पल, बिटकॉइन भारत में वैध है या नहीं? लाइटकॉइन आदि कुछ प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी हैं।

वर्तमान विधेयक में क्रिप्टोकरेंसी रखने, बेचने या लेन-देन करने पर 10 वर्ष के कारावास का भी प्रावधान है। सरकार को अंदेशा है कि इस करेंसी का उपयोग कालेधन को वैध बनाने के लिए किया जा सकता है। इसलिए विधेयक लाया गया है।

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