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Option के महत्वपूर्ण लक्षण क्या हैं

Option के महत्वपूर्ण लक्षण क्या हैं

जन जागरूकता बढ़ाना कोई स्मार्ट लक्ष्य नहीं है। जनता बहुत बड़ी दर्शक है, और जागरूकता आमतौर पर केवल एक व्यवहार की ओर एक कदम है जो वास्तव में एक लक्ष्य को प्रभावित करेगा। अधिक विशिष्ट प्राप्त करने के लिए, पूछें कि मैं जागरूकता क्यों बढ़ाना चाहता हूं? मैं दर्शकों के साथ क्या व्यवहार बदलना चाहता हूं? मुझे कौन से नीति पर हस्ताक्षर करने या कानून बनाने की आवश्यकता है? यदि आप अपने आप को यह कहते हुए पाते हैं कि आपका लक्ष्य जागरूकता बढ़ाना है, तो हम आपको उस सच्ची कार्रवाई को प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं जिसे आप प्राप्त करना चाहते हैं। अंतर्निहित कारण क्या है और अधिक जागरूकता की आवश्यकता है?

लक्ष्य और उद्देश्य

रणनीतिक योजना प्रक्रिया में पहला कदम एक मजबूत, स्पष्ट लक्ष्य स्थापित करना है जो आपकी दृष्टि को परिभाषित करता है ताकि आप जान सकें कि आप कहाँ जाना चाहते हैं। फिर आप उद्देश्यों को परिभाषित करते हैं - आप वहां कैसे जा रहे हैं, इसके लिए कदम। एक स्पष्ट लक्ष्य और विशिष्ट उद्देश्यों की पहचान करना एक अच्छी रणनीति का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है और आपके बाकी प्रयासों को मार्गदर्शन देगा।

अपने लक्ष्य और उद्देश्यों की स्थापना के बारे में एक छोटी प्रस्तुति देखें:

लक्ष्य

अपने लक्ष्य को स्पष्ट करने में मदद करने के लिए, बड़ी तस्वीर पर विचार करें। वर्णन करें कि जब आप उस Option के महत्वपूर्ण लक्षण क्या हैं तक पहुंचेंगे तो दुनिया कैसी दिखेगी। क्या अलग होगा? हमारे कई संरक्षण लक्ष्य दीर्घकालिक हैं और पहुँचने के लिए 5, 10, 20 वर्ष या अधिक ले सकते हैं। एक प्रभावी और प्रासंगिक संचार रणनीति के लिए, अल्पावधि सोचें - एक लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करें जो 3-5 वर्षों में प्राप्त किया जा सकता है और अगले 12-18 महीनों में प्राप्त किए जा सकने वाले उद्देश्यों पर ध्यान केंद्रित किया जा सकता है।

आपका लक्ष्य विशिष्ट होना चाहिए। यह ठीक-ठीक बताना चाहिए कि क्या होना चाहिए, कहाँ और कब, और किसके साथ होना चाहिए। एक अच्छी तरह से तैयार किया गया लक्ष्य नियोजन प्रक्रिया को स्पष्ट दिशा देता है और आपकी परियोजना के फोकस को मापने योग्य तरीकों से बताता है, जैसे कि भूगोल, दर्शक और समयरेखा। दूसरे शब्दों में, यह स्मार्ट: विशिष्ट, औसत दर्जे का, प्राप्त करने योग्य, यथार्थवादी और समयबद्ध है। यह एक स्मार्ट लक्ष्य लिखने के लिए कुछ प्रयास करने की संभावना है।

उदाहरण: हवाई के लिए समुद्री आक्रामक प्रजातियों का प्रसार रोकें।

यह एक अच्छा लक्ष्य है, लेकिन यह "स्मार्ट" हो सकता है।

स्मार्ट उदाहरण: हवाईयन के निकटवर्ती जल को 80% 2030 द्वारा समुद्री आक्रामक प्रजातियों की घटना को कम करना। उन लक्ष्यों के उदाहरण जो स्मार्ट नहीं हैं:

  • भूमंडलीय ऊष्मीकरण रोको
  • अवैध मछली पालन बंद करो
  • अधिक "हरित कार्यक्रमों" को निधि देने के लिए विधायिका प्राप्त करें

संचार टीआईपी

नियमित रूप से अपने आप को (और आपकी टीम को) याद दिलाना आपके दैनिक कार्यकलापों को प्राथमिकता देने में मदद कर सकता है, यह सुनिश्चित करने के लिए कि आप जो काम कर रहे हैं, वह आपको उसके करीब जाने में मदद कर रहा है।

उद्देश्य

एक बार जब आप अपने लक्ष्य की पहचान कर लेते हैं, तो आपका अगला कदम इसे "काटने-आकार" उद्देश्यों में विभाजित करना है, आप अपने लक्ष्य तक कैसे पहुँचें, इसके लिए कदम। उद्देश्य भी स्मार्ट होने चाहिए और उन दर्शकों के आधार पर बनाए जा सकते हैं, जिन तक आप पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं, जो आप करने की कोशिश कर रहे हैं, या आपकी योजना प्रक्रिया के चरण।

उदाहरण: यदि आपका लक्ष्य है "80 द्वारा 2030% द्वारा हवाईयन के निकटवर्ती जल में समुद्री आक्रामक प्रजातियों की घटनाओं को कम करना," एक उदाहरण उद्देश्य हो सकता है: आक्रामक Option के महत्वपूर्ण लक्षण क्या हैं प्रजातियों की सीमा नियंत्रण के लिए अधिक धनराशि बनाने के लिए 2020 द्वारा आक्रामक प्रजातियों की नीति पारित करने के लिए राज्य विधायिका प्राप्त करें।

उद्देश्य


जन जागरूकता बढ़ाना कोई स्मार्ट लक्ष्य नहीं है। जनता बहुत बड़ी दर्शक है, और जागरूकता आमतौर पर केवल एक व्यवहार की ओर एक कदम है जो वास्तव में एक लक्ष्य को प्रभावित करेगा। अधिक विशिष्ट प्राप्त करने के लिए, पूछें कि मैं जागरूकता क्यों बढ़ाना चाहता हूं? मैं दर्शकों के साथ क्या व्यवहार बदलना चाहता हूं? मुझे कौन से नीति पर हस्ताक्षर करने या कानून बनाने की आवश्यकता है? यदि आप अपने आप को यह कहते हुए पाते हैं कि आपका लक्ष्य जागरूकता बढ़ाना है, तो हम आपको उस सच्ची कार्रवाई को प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं जिसे आप प्राप्त करना चाहते हैं। अंतर्निहित कारण क्या है और अधिक जागरूकता की आवश्यकता है?

उदाहरण: यदि आपका लक्ष्य बहुत सारे अपवाह वाले क्षेत्र में कोरल स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के बारे में है, तो पहला मसौदा उद्देश्य 'कोरल के महत्व के बारे में रीफ्स के पास पर्वतीय किसानों के बारे में जागरूकता बढ़ा सकता है।' लेकिन अपवाह को कम करने से प्रवाल भित्तियों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा, इसलिए एक बेहतर उद्देश्य है: '2020 तक, पहाड़ों में 40 किसानों को एक भूमि समाशोधन अभ्यास को रोकने के लिए मनाएं जो अपवाह में योगदान देता है और एक समय Option के महत्वपूर्ण लक्षण क्या हैं में छोटे वर्गों को स्पष्ट और प्रतिसाद देता है। '2018 तक, 30 पर्वतीय किसानों को एक प्रोत्साहन कार्यक्रम में साइन अप करें ताकि वे भूस्खलन अभ्यास से बचने के लिए प्रतिबद्ध हों जो अपवाह में योगदान देता है।'

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कोरोना वायरस पर आधारित सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी

कोरोना वायरस दुनिया भर में फैलने वाला एक घातक वायरस है. राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के अनुसार, 27 फरवरी, 2020 को चीन में लगभग 2,715 मौतों के साथ कोरोना वायरस के मामले बढ़कर 81,000 से ज्यादा हो गए हैं. कोरोना वायरस (COVID-19) क्या है? आइये इस क्विज़ के माध्यम से कोरोना वायरस के बारे में जानते हैं.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 30 जनवरी, 2020 को कोरोना वायरस के कारण वैश्विक आपातकाल घोषित किया और इसका नाम Option के महत्वपूर्ण लक्षण क्या हैं 11 फरवरी, 2020 को "COVID-19" रखा गया है. इस प्रकोप के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए जांच जारी है.

1. कोरोना वायरस क्या है?
A. यह वायरस का एक बड़ा परिवार जैसा है.
B. यह निडोवायरस के परिवार से संबंधित है.
C. A और B दोनों सही हैं
D. केवल Aसही है।
Ans. C
व्याख्या: कोरोना वायरस वायरस का एक बड़ा परिवार है और निडोवायरस परिवार या निडोविरलेस ऑर्डर (Nidovirales order) से संबंधित है, जिसमें कोरोनवीराइडे ( Coronaviridae), आर्टेरिविरिडे (Arteriviridae) और रोनिविरिडे (Roniviridae) परिवार शामिल हैं.

2. 11 फरवरी, 2020 को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इस बीमारी के लिए एक आधिकारिक नाम की घोषणा की है जो कि 2019 नॉवेल कोरोना वायरस के प्रकोप का कारण बन रही है? इस बिमारी का नया नाम क्या है?
A. COVID-19
B. COVn-19
C. COnV-20
D. COnVID-19
Ans. A
व्याख्या: WHO ने इस बीमारी को जो नाम दिया है वो COVID -19 है.

3. नॉवेल कोरोनो वायरस के पहले मामले की पहचान कहां हुई थी?
A. बीजिंग
B. शंघाई
C. वुहान
D. तिआनजिन
Ans. C
व्याख्या: नॉवेल कोरोना वायरस के पहले मामले की पहचान चीन के वुहान, हूबेई प्रांत में हुई थी.

4. कोरोना वायरस निम्नलिखित में से किस बीमारी से संबंधित है?
A. MERS
B. SARS
C. A और B दोनों
D. न तो A और न ही B
Ans. C
व्याख्या: Middle East Respiratory Syndrome (MERS-CoV) और Severe Acute Respiratory Syndrome (SARS-CoV) जैसी गंभीर बिमारीयों से लेकर सामान्य सर्दी, इत्यादि कोरोना वायरस से हो सकती है.

5. नॉवेल कोरोना वायरस के कुछ हल्के लक्षण क्या हो सकते हैं?
A. बुखार
B. खाँसी
C. सांस की तकलीफ
D. उपरोक्त सभी
Ans. D
व्याख्या: बुखार, खांसी और सांस की तकलीफ जैसे हल्के लक्षणों के साथ नॉवेल कोरोनावायरस या 2019-nCoV से संक्रमित लोगों में कुछ और अन्य सामान्य लक्षणों में बहती नाक, सिरदर्द, गले में खराश, इत्यादि शामिल हो सकते हैं.

6. कोरोना वायरस का नाम कहां से पड़ा?
A. crown-like projection जैसे अनुमानों के कारण.
B. leaf-like projection जैसे अनुमानों के कारण.
C. ईंटों की उनकी सतह संरचना के कारण.
D. उपरोक्त में से कोई नहीं
Ans. A
व्याख्या: crown-like projection जैसे अनुमानों के कारण कोरोना वायरस को नाम दिया गया. इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप के जरिये देखे जाने पर वायरस क्राउन जैसा दिखता है. लैटिन में "कोरोना" का अर्थ है "हेलो" या "क्राउन".

7. कोरोना वायरस से बचने के लिए कौन सी सावधानियां बरतने की जरूरत है?
A. छींक आने पर अपनी नाक और मुंह ढक कर रखें.
B. अपने आहार में अधिक लहसुन शामिल करें.
C. एंटीबायोटिक्स उपचार के लिए अपने डॉक्टर से मिलें.
D. हर घंटे के बाद अपने हाथ धोएं.
Ans. A
व्याख्या: WHO के अनुसार, कोई व्यक्ति टिश्यू या कोहनी के माध्यम से छींकते समय नाक और मुंह को कवर करके सावधानी बरत सकता है. फिर, तुरंत टिश्यू को एक बंद डस्टबिन में फेंक दें.

आशा है, आपको प्रश्न और उत्तर के माध्यम से कोरोना वायरस के बारे में पर्याप्त जानकारी मिली होगी.

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Option के महत्वपूर्ण लक्षण क्या हैं

ICAR-Directorate of Onion and Garlic Research

कीट एवं रोग प्रबंधन

उच्चतर विपणन योग्य कंदीय उपज एवं अच्छी गुणवत्ता वाले कंद हासिल करने के लिए कीट एवं रोग प्रबंधन करना अति महत्वपूर्ण होता है। लहसुन के प्रमुख कीटों एवं रोगों, उनके लक्षणों तथा प्रबंधन तरीकों को तालिका में दर्शाया गया है।

तालिका ‐ प्रमुख कीट एवं रोग, उनके लक्षण तथा नियंत्रण उपाय

थ्रिप्स (थ्रिप्स टबासी)

1.प्रारंभिक अवस्था में (पौध रोपण के 45 दिन पष्चात्) पत्तियों में कुंचन एवं मुड़ने जैसे लक्षण थ्रिप्स संक्रमण से होते हैं।

2. विशिष्ट लक्षणों के रूप में पत्तियों पर सफेद अथवा रूपहले धब्बे पाए जाते हैं।

3. गंभीर संक्रमण होने पर सम्पूर्ण पौधा धब्बेदार दिखने लगता है और सफेद पड़ने लगता है।

1.पौध रोपण से कम से कम 30 दिन पहले Option के महत्वपूर्ण लक्षण क्या हैं लहसुन की फसल के चारों ओर (250 वर्ग मीटर) अवरोधक फसल के रूप में मक्का की दो पक्तियों अथवा बाह्य पक्ति में मक्का तथा अन्दर की पंक्ति में गेहूं की फसल लगायें। इससे वयस्क थ्रिप्स की गतिविधियां बाधित करने में मदद मिलती है।

2.थ्रिप्स की संख्या जब 30 थ्रिप्स/पौधा के आर्थिक थ्रेसहोल्ड़ स्तर से अधिक हो जाए तब कीटनाशक प्रोफिनोफास (0.1 प्रतिशत), कार्बोसल्फॉन (0.2 प्रतिशत) अथवा फिप्रोनिल (0.1 प्रतिशत) का छिड़काव करें।

एरीफाइड कुटकी (एसेरीया टुलिपी )

1.पत्तियां पूरी तरह नहीं खिल पातीं। सम्पूर्ण पौधे में ठूंठ, मुड़ाव, कुंचन तथा पीला कर्बुरण दिखाई देने लगता है।

2.कर्बुरण अधिकांसशतः पत्तियों के सिरों पर देखा जाता है।

जैसे ही रोग के लक्षण दिखाई दें तुरन्त डाइकोफॉल ( 0.2 प्रतिशत) अथवा सल्फर (0.05 प्रतिशत) का छिड़काव करें। यदि आवश्यक हो तो 15 दिन पश्चात् दोबारा छिड़काव करें।

1.मल, अण्ड़ों तथा वयस्क कुटकी के छोटे धब्बों के साथ पत्तियां सफेद पड़नी लगती हैं।

2.पत्तियों पर पीले अथवा ताम्र धब्बे होते हैं।

3.पत्तियों पर मकड़ी जाला बनता है।

जैसे ही रोग के लक्षण दिखाई दें तुरन्त डाइकोफॉल ( 0.2 प्रतिशत) अथवा सल्फर (0.05 प्रतिशत) का छिड़काव करें। यदि आवश्यक हो तो 15 दिन पश्चात् दोबारा छिड़काव करें।

तना एवं कंद सूत्रकृमि (डैटिलेंकस डिप्सैसी )

1.डैटिलेंकस डिप्सैसी रंध्र अथवा पौधा जख्म के मार्ग से प्रवेश करके पित्त (सूजन) अथवा विरूपण उत्पन्न कर देता है । इससे कवक एवं जीवाणु जैसे सेकेण्ड़री रोगजनकों का प्रवेश हो जाता है।

2. ठूंठ वृद्धि, कंदों का रंग उड़ना तथा सूजे हुए तने।

1.रोग के लक्षणों वाली कलियों की रोपाई न करें।

2.खेतों में तथा औजारों में समुचित स्वच्छता बनाए रखना अनिवार्य है क्योंकि यह सूत्रकृमि संक्रमित पौधों तथा अपशिष्टो में बचे रहकर पुनर्जनन कर सकते हैं।

1.प्रारंभ में पत्तियों पर छोटी, अण्ड़ाकार क्षति अथवा धब्बे जो कि बाद में बैंगनी-भूरे रंग में परिवर्तित हो जाते हैं।

2.धब्बे बड़े हो कर आपस में मिल जाते है और पत्तियां पीली पड़कर सूख जाती है। घाव के कारण पत्तियां गिर जाती है।

रोपाई के 30 दिन पश्चात् अथवा जैसे ही रोग के लक्षण प्रकट होते, 10-15 दिन के अन्तराल पर मैन्कोजेब / 0.25 % अथवा ट्राइसाइक्लाजॉल / 0.1% या हेक्साकोनाजॉल /0.1% अथवा प्रोपीकोनाजॉल /0.1% का छिड़काव करें।

1.पत्ती के मध्य में छोटी पीली से नारंगी चित्ती अथवा धारी विकसित होने लगती है जो कि जल्दी ही अण्ड़ाकार, तकली आकृति के बड़े धब्बों में बदल जाती है। इन धब्बों के किनारे गुलाबी होते हैं।

2. पत्तियों में धब्बे षीर्श से नीचे आधार की ओर बढ़ते हैं। धब्बे विस्तारित समूहों में इकट्ठे होते हैं, पत्तियों में अंगमारी और धीरे-धीरे सम्पूर्ण पर्ण में अंगमारी आ जाती है।

रोपाई के 30 दिन पष्चात् अथवा जैसे ही रोग के लक्षण प्रकट हों, 10-15 दिन के अन्तराल पर मैन्कोजेब / 0.25% अथवा ट्राइसाइक्लाजॉल / 0.1% या हेक्साकोनाजॉल / 0.1% अथवा प्रोपीकोनाजॉल / 0.1% का छिड़काव करें।

1. पीलापन तथा पत्ती सिरों के पीछे शुष्कन

2.आमतौर पर जड़ें नश्ट हो जाती हैं। क्षतिग्रस्त धब्बों पर सतही सफेद रोएंदार कवकजाल दिखाई देता है।

3.ऊतक की सतह अथवा भीतर भूरा अथवा काला स्कलेरोटिया विकसित होने लगता है।

1.फसल चक्र का पालन करें, संक्रमित पौधों को नष्ट कर दें और इन पौधों के आसपास की मिट्टी का उपचार करें।

2. उच्च तापमान पर मृदा सौरीकरण से रोग आवर्ती में कमी आती है।

3. कार्बेन्डाजि़म / 0.1 % का अनुप्रयोग किया जाए।

प्याज पीला बौना विषाणु

पत्तियां चपटी तथा कड़क होकर मुड़ जाती है। पत्तियों में हल्के पीलेपन से आरंभ होकर पीलेपन की तीव्रता बाद में बढ़ जाती है और धीरे-धीरे पूरी पत्तियां पीली हो जाती है। प्याज के पौधे बौने रह जाते हैं।

1.विषाणु मुक्त पौध सामग्री का उपयोग करें।

2. एफिड़, विषाणु वाहक की रोकथाम के लिए कीटनाशक प्रोफिनोफास / 0.1% अथवा कार्बोसल्फॉन / 0.2% या फिप्रोनिल / 0.1% का पर्णीय छिड़काव करें।

लीक पीली धारियां विषाणु

1.पत्तियों के दूरवर्ती भाग पर हल्की पीली धारियां जिनसे सम्पूर्ण पौधे में बौनापन बढ़ता है।

2.विषाणु के कारण कंद छोटे एवं विकृत हो जाते हैं जिसके कारण उपज में कमी तथा फसलोत्तर भण्ड़ारण क्षति होती है।

1.विषाणु मुक्त पौध सामग्री का उपयोग करें।

2. एफिड़, विषाणु वाहक की रोकथाम के लिए Option के महत्वपूर्ण लक्षण क्या हैं कीटनाशक

अथवा कार्बोसल्फॉन / 0.2%

या फिप्रोनिल / 0.1 % का

पर्णीय छिड़काव करें।

आयरिश पीला धब्बा विषाणु

2.यह धब्बे इकट्ठे होकर पत्तियों पर बड़े धब्बे बनाते हैं।

3.पुरानी पत्तियों पर स्पष्ट रूप से दिखाई देते हैं।

1. लहसुन के खेतों तथा आसपास स्वैच्छिक, शेषक तथा खरपतवारों को हटायें।

2. विषाणु मुक्त पौध सामग्री का उपयोग करें।

4. थ्रिप्स नियंत्रण से पीले धब्बों में कुछ कमी आ सकती है क्योंकि थ्रिप्स विषाणु के वाहक होते हैं।

पेनिसिलियम सड़न (पेनिसिलियम कोरिम्बीफेरम )

2.सड़न अथवा क्षय की प्रगत अवस्था में कलियां हरे अथवा मटमैले चूर्ण में टूट जाती है।

काला माउल्ड़ (एस्परजिलस प्रजातियां )

1.कंदों में गर्दन के पास काला मलीन प्रतीत होता है एवं बाहरी छिल्कों के नीचे धारिनुमा काले तंतु दिखाई देते हैं।

2.प्रगत अवस्था में सभी धब्बे संक्रमित एवं कंद मुरझाने लगते हैं।

1. समुचित शुष्कन के पश्चात् शुष्क परिस्थितियों में कंदों का भण्ड़ारण करें।

2. कंदों को खुदाई, भण्ड़ारण अथवा परिवहन के दौरान छिलने व दबने से बचाएं।

फ्यूजेरियम आधारीय सड़न

1. कलियों में चटकन होती है।

2.कंद दलदले अथवा धंसे हुए तथा/अथवा भूरे एवं काटकर खोलने पर जलयुक्त हो जाते हैं।

3.कलियों पर सफेद अथवा हल्का गुलाबी रंग प्रकट होने लगता है।

1.क्षतिग्रस्त कंदों को भंड़ारित न करें

2.अच्छे वायु संचरण के साथ शुष्क परिस्थितियों में कंदों का भण्ड़ारण करें

3. 3-4 वर्ष के लिए गेहूं तथा लोबिया जैसी गैर परपोशी फसलों के साथ फसल चक्र को अपनाएं।

जीवाण्विक सड़न (इर्वीनिया उप प्रजाति एवं स्यूड़ोमोनास उप प्रजाति)

दबाने पर रोगग्रस्त कंदों की ग्रीवा में से जलयुक्त , दुर्गन्ध वाला तरल निकलने लगता है।

1.खुदाई के पष्चात् समुचित उपचार करें।

2.अच्छे वायु संचरण के साथ शुष्क परिस्थितियों में कंदों का भण्ड़ारण करें।


पत्तियों पर पलते थ्रिप्स थ्रिप्स ((निम्फ)

एरीफाइड कुटकी के लक्षण

लहसुन के कीट नाशीजीव

सूत्रकृमि (डैटिलेंकस डिप्सैसी) संक्रमण के लक्षण

स्टेमफाइलियम का प्रकोप स्टेमफाइलियम के लक्षण

बैंगनी धब्बा लक्षण

लहसुन पर विशाणु कॉम्पलेक्स के लक्षण लहसुन पर आयरिष पीला धब्बा विषाणु के लक्षण

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