चरण निर्देश

महीने का ऑनलाइन ब्रोकर

महीने का ऑनलाइन ब्रोकर
यह प्रस्तावित किया गया है कि प्राइवेट प्लेसमेंट के आधार पर जारी लिस्टेड डेट सिक्योरिटीज बॉन्ड प्लेटफार्मों पर बिक्री के लिए पेशकश की गई, जारीकर्ता द्वारा ऐसी डेट सिक्योरिटीज के आवंटन की तारीख से छह महीने की अवधि के लिए बंद कर दी जानी चाहिए.

SIP के जरिए निवेश

ऑनलाइन बॉन्ड में निवेश करना होगा और आसान, सेबी बना रहा नया नियम

online bond platforms: कंसल्टेशन पेपर के अनुसार, प्रस्ताव के तहत बॉन्ड प्लेटफॉर्म को सेबी के पास डेट सेगमेंट में स्टॉक ब्रोकर के रूप में रजिस्ट्रेश कराना होगा या सेबी रजिस्टर्ड ब्रोकर्स के रूप में उसे चलाना होगा.

सेबी ने ऑनलाइन बॉन्ड प्लेटफॉर्म के लिए रेग्युलेटरी फ्रेमवर्क का प्रस्ताव किया. (Reuters)

online bond platforms: कैपिटल मार्केट रेग्युलेटर सेबी (Sebi) ने लिस्टेड डेट सिक्योरिटीज बेचने वाले ऑनलाइन बॉन्ड प्लेटफॉर्म के लिए रेग्युलेटरी फ्रेमवर्क का प्रस्ताव दिया है. कंसल्टेशन पेपर के अनुसार, प्रस्ताव के तहत बॉन्ड प्लेटफॉर्म को सेबी के पास डेट सेगमेंट में स्टॉक ब्रोकर के रूप में रजिस्ट्रेश कराना होगा या सेबी रजिस्टर्ड ब्रोकर्स के रूप में उसे चलाना होगा. हालांकि, इस व्यवस्था में सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) रेग्युलेटेड इंटरमीडियरिज द्वारा प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराएगा, इससे निवेशकों खासकर नॉन- महीने का ऑनलाइन ब्रोकर इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स के बीच भरोसा बढ़ेगा.

ऑनलाइन बॉन्ड में महीने का ऑनलाइन ब्रोकर निवेश करना होगा और आसान, सेबी बना रहा नया नियम

online bond platforms: कंसल्टेशन पेपर के अनुसार, प्रस्ताव के तहत बॉन्ड प्लेटफॉर्म को सेबी के पास डेट सेगमेंट में स्टॉक ब्रोकर के रूप में रजिस्ट्रेश कराना होगा या महीने का ऑनलाइन ब्रोकर सेबी रजिस्टर्ड ब्रोकर्स के रूप में उसे चलाना होगा.

सेबी ने ऑनलाइन बॉन्ड प्लेटफॉर्म के लिए रेग्युलेटरी फ्रेमवर्क का प्रस्ताव किया. (Reuters)

online bond platforms: कैपिटल मार्केट रेग्युलेटर सेबी (Sebi) ने लिस्टेड डेट सिक्योरिटीज बेचने वाले ऑनलाइन बॉन्ड प्लेटफॉर्म के लिए रेग्युलेटरी फ्रेमवर्क का प्रस्ताव दिया है. कंसल्टेशन पेपर के अनुसार, प्रस्ताव के तहत बॉन्ड प्लेटफॉर्म को सेबी के पास डेट सेगमेंट में स्टॉक ब्रोकर के रूप में रजिस्ट्रेश कराना होगा या सेबी रजिस्टर्ड ब्रोकर्स के रूप में उसे चलाना होगा. हालांकि, इस व्यवस्था में सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) रेग्युलेटेड इंटरमीडियरिज द्वारा प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराएगा, इससे महीने का ऑनलाइन ब्रोकर निवेशकों खासकर नॉन- इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स के बीच भरोसा बढ़ेगा.

500 रुपये से करें निवेश की शुरुआत, देखते ही देखते बन जाएंगे करोड़पति!

अमित कुमार दुबे

निवेश की शुरुआत करने के लिए कोई मोटी रकम की जरूरत नहीं होती है. आप हर महीने नियमित तौर पर एक छोटी राशि महीने का ऑनलाइन ब्रोकर निवेश कर बड़ा फंड बना सकते हैं. अगर आप घर, गाड़ी, बच्चों की पढ़ाई, बच्चों की शादी या फिर अपने रिटायरमेंट के लिए प्लान कर रहे हैं, तो इस प्लान को अंजाम तक पहुंचाने के लिए निवेश के रास्ते पर चलना होगा. (Photo: Aajtak)

निवेश के प्रति जागरूक होने की जरूरत


निवेश को लेकर अक्सर लोग कहते हैं कि कुछ समय बाद शुरू करेंगे. लेकिन उनके लिए वो वक्त कभी नहीं आता. क्योंकि वो निवेश को गंभीरता से नहीं लेते. आज की तारीख में जितना जरूरी बचत पर फोकस करना है, उतना ही निवेश को लेकर भी गंभीर होने की जरूरत है. लेकिन इन सबके बीच बड़ा सवाल ये होता है कि निवेश कहां करें.?

आपके पास भी एक से ज्यादा Demat हैं? जानिए शेयरों को एक से दूसरे अकाउंट में कैसे करें ट्रांसफर

Demat Account Transfer: अगर आपके पास भी एक से ज्यादा डीमैट अकाउंट हैं तो आप अपने शेयरों या होल्डिंग्स को एक अकाउंट से दूसरे अकाउंट में शेयर कर सकते हैं. इसके लिए आप मैन्युअली या ऑनलाइन तरीका अपना सकते हैं.

Demat Account - शेयर बाजार (Share Market) में पैसा लगाने के लिए डीमैट अकाउंट महीने का ऑनलाइन ब्रोकर का होना बहुत जरूरी है. बिना डीमैट (Demat) के आप ना ही कोई शेयर खरीद सकते हैं और ना ही ट्रेडिंग कर सकते हैं. Demat के साथ सबसे खास बात यह है कि आप एक से ज्यादा डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं और अलग-अलग डीमैट में अपने शेयर या होल्डिंग रख सकते हैं. लेकिन अगर आप अपने सभी शेयर को एक अकाउंट में ट्रांसफर करना चाहते हैं तो वो भी ऑप्शन आपके पास है.

कैसे एक Demat से दूसरे अकाउंट में करें शेयर

एक डीमैट अकाउंट से दूसरे अकाउंट में अपने शेयर या होल्डिंग को ट्रांसफर करने के लिए आप दो तरीके से अपना सकते हैं. इसके लिए आप मैन्युअली या ऑनलाइन तरीका अपना सकते हैं.

इसके लिए आपको अपने ब्रोकर से डिलिवरी इंस्ट्रक्शन स्लिप (DIS) लेनी होगी. इस डीआईएस में शेयरों को ट्रांसफर करने से जुड़ी जरूरी सूचना दी हुई होगी, जिसे आपको भरना होगा और इसके बाद ही शेयर ट्रांसफर हो पाएंगे.

  • बेनेफिशयरी ब्रोकर आईडी- ये ब्रोकर की 16 डिजिट की आईडी होगी. इस स्लिप में आपको मौजूदा और नए ब्रोकर दोनों की आईडी देनी होगी
  • इंटरनेशनल सिक्योरिटीज आइडेंटिफिकेशन नंबर- ये अलग-अलग शेयरों की पहचान करने के लिए बनाई जाती है और स्लिप में इसे ध्यान से भरा जाता है क्योंकि जो आईडी आपने भरी होगी, वही शेयर ट्रांसफर किए जाएंगे
  • ट्रांसफर की तरीका- अगर आपको इंट्रा-डिपॉजिटरी ट्रांसफर करना है तो आपको ऑफ मार्केट चुनना होगा. अगर नहीं, तो दूसरा इंटर-डिपॉजटरी विकल्प चुनना होगा.

महीने का ऑनलाइन ब्रोकर

SEBI ने शेयर गिरवी रखने के लिए POA से बदलने के लिए DDPI की शुरुआत की; म्यूचुअल फंड उद्योग द्वारा NFO पर 3 महीने के लिए प्रतिबंध लगाया

SEBI introduces instruction slips to replace PoA

भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने ‘डीमैट डेबिट और प्लेज इंस्ट्रक्शन (DDPI)’ नामक एक नया दस्तावेज पेश किया है जो 1 जुलाई, 2022 से प्रभावी होगा। DDPI मार्जिन उद्देश्य के लिए स्टॉक को गिरवी रखने और गिरवी रखने के उद्देश्य से पावर ऑफ अटॉर्नी (POA) की जगह लेगा। यह ग्राहक के डीमैट अकाउंट में पंजीकृत होगा।

DDPI की जरूरत:

ग्राहकों द्वारा स्टॉक ब्रोकरों को POA के संभावित दुरुपयोग को रोकने के लिए दिए गए।

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