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इंट्रा डे ट्रेडिंग के लिए स्टॉक्स कैसे चुनें

इंट्रा डे ट्रेडिंग के लिए स्टॉक्स कैसे चुनें

Traders Diary: ये 20 Stocks कराएंगे दमदार मुनाफा, देखें वीडियो | Watch video

Traders Diary: शेयर बाजार की इंट्राडे ट्रेडिंग में रोज की तरह आज भी कुछ शेयर खबरों या किसी नए सेंटीमेंट के चलते जोरदार तेजी दिखा सकती हैं. इस वीडियो में Traders Diary प्रोग्राम पर निवेशकों के लिए कुछ एक्शन वाले स्टॉक्स चुनें गए हैं. आप भी वीडियो में देखें.

Published: June 23, 2022 4:00 PM IST

Traders Diary: शेयर बाजार की इंट्राडे ट्रेडिंग में रोज की तरह आज भी कुछ शेयर खबरों या किसी नए सेंटीमेंट के चलते जोरदार तेजी दिखा सकती हैं. इस वीडियो में Traders Diary प्रोग्राम पर निवेशकों के लिए कुछ एक्शन वाले स्टॉक्स चुनें हैं. देखें वीडियो

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डे ट्रेडिंग कैसे करे?

इसे सुनेंरोकेंअगर शेयर बाजार में इंट्रा डे ट्रेडिंग के लिए स्टॉक्स कैसे चुनें ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो आपको डीमैट अकाउंट और एक ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना होगा. आप ऑनलाइन खुद से ट्रेडिंग कर सकते हैं या ब्रोकर को ऑर्डर देकर शेयर का कारोबार कर सकते हैं. इंट्रा डे में किसी शेयर में आप जितना चाहे उतना पैसा लगा सकते हैं.

शेयर मार्किट का चार्ट कैसे देखे?

इसे सुनेंरोकेंChart देखने के लिए प्लेटफार्म: शेयर मार्केट का चार्ट देखने के लिए आपको सबसे पहले कोई ऐसा प्लेटफार्म चाहिए जहां पर आप चार्ट देख पाए। मैं जो प्लेटफार्म यूज करता हूं और आप सभी को भी रेकमेंड करता हूं वह है tradingview.com यहां पर आप बहुत ही अच्छे तरह से चार्ट को देख पाएंगे और एनालाइज कर पाएंगे।

शेयर मार्केट में काम कैसे करे?

इसे सुनेंरोकेंटॉप कंपनियों को चुनें: शुरुआत में बहुत ज्यादा रिटर्न पर फोकस करने से बचें. क्योंकि बहुत ज्यादा रिटर्न के चक्कर में लोग उन कंपनियों स्टॉक्स में पैसे लगा देते हैं, जो फंडामेंटली मजबूत नहीं होते हैं, और फिर फंस जाते हैं. इसलिए निवेश की शुरुआत अक्सर लार्ज कैप कंपनियों से करें. जो फंडामेंटली मजबूत हो.

इंट्राडे ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमाए

  1. अपने लक्ष्य को निर्धारित करें कई बार आपने देखा होगा की कई लोग अपनी दिनचर्या को सरल बनाने के लिए एक सूची तैयार करते है।
  2. सही टाइम में ट्रेड करे
  3. ज़्यादा मात्रा में ट्रेड करे
  4. मार्जिन का उपयोग करे
  5. Intraday Technical Analysis in Hindi.

इंट्राडे शेयर क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंअगर हम सरल भाषा में बात करे तो इंट्राडे ट्रेडिंग में ट्रेडर्स एक ही दिन में शेयर्स को खरीदते और बेचते है, यानी की सुबह 9:30 बजे अगर आप किसी भी स्टॉक को खरीदते या बेचते है तो शाम 3:30 बजे आपको अपनी पोजीशन को बंद करना अनिवार्य होता है।

इंट्राडे ट्रेडिंग में लाभ कैसे प्राप्त करें?

इंट्राडे ट्रेडिंग टिप्स

  1. इंट्राडे के लिए स्टॉक कैसे चुने
  2. इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए स्टॉक चुनने की प्रक्रिया
  3. प्रवेश और निकलने के समय को जानें
  4. स्टॉप लॉस स्तर तय करें
  5. टारगेट पहुँचने पर लाभ बुक करें
  6. मार्केट को चैलेंज न करें
  7. शुरुआती ट्रेडर्स पहले एक घंटे में न करे ट्रेड
  8. इंट्राडे ट्रेडिंग नियम का अनुसरण करें

इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए स्टॉक कैसे चुने?

इंट्राडे ट्रेडिंग स्टॉक को चुनने के लिए पांच सामान्य रूप से उपयोग किए जाने वाले तरीके निम्नलिखित हैं:

  1. #1 तरलता सबसे महत्वपूर्ण मानदंड है:
  2. #2 व्यापक शोध के बाद स्टॉक को चुना जाना चाहिए:
  3. #3 मध्यम अस्थिरता और मजबूत सहसंबंध वाले स्टॉक चुनें:
  4. #4 ट्रेड वॉल्यूम और ट्रेड वॉल्यूम इंडेक्स:

सबसे सस्ता शेयर कौन सा चल रहा है?

इसे सुनेंरोकेंSturdy Industries Ltd:- मार्किट की सबसे सस्ते शेयर की लिस्ट में देखा जाए तो Sturdy Industries भी एक कंपनी है, जिसका शेयर प्राइस अभी के समय लगभग 0.47 रूपया के आसपास ट्रेड होते नजर आ रहा हैं।

शेयर कौन सी कंपनी का खरीदें?

इसे सुनेंरोकेंनए साल 2022 में निवेश के लिए बेहतरीन स्टॉक की बात करें तो ओएनजीसी, एसबीआई, गेल, एचडीएफसी बैंक और टीसीएस चार्ट पर मजबूत दिख रहे हैं. Top 5 Stock Picks for 2022: इस साल स्टॉक मार्केट में निवेशकों को इक्विटी मार्केट से शानदार रिटर्न मिला लेकिन अगला साल अधिक चुनौती भरा रहने वाला है.

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Liquid Stock क्या है और लिक्विड स्टॉक कैसे चुनें?

लिक्विड स्टॉक क्या है? अगर आपने शेयर बाजार में ट्रेडिंग के बारे में कहीं पढ़ा या सुना होगा। तो वहां हमेशा liquid stock को खरीदने व बेचने के लिए कहा जाता है। आज बड़े बड़े ट्रेडर्स लिक्विड स्टॉक में ट्रेड करने को कहते हैं। साथ ही जिस स्टॉक में liquidity नहीं होती है। तो उसमे ट्रेडिंग करने के लिए आपको हमेशा 'ना' ट्रेड करने की सलाह देते हैं।

आज के समय कई नये ट्रेडर्स शेयर मार्केट में एंट्री लिए है। जो ट्रेडिंग करके financial independent होना चाहते हैं। ट्रेडिंग के लिहाज से आपको liquidity का मतलब जानना बहुत जरूरी होता है।

खासकर यह लेख उन retail trader's के लिए फायदमंद है जो नॉन कॉमर्स बैकग्राउंड के है। शेयर मार्केट में liquidity शब्द उनके लिए थोड़ा टेक्निकल हो जाता है। इसलिए आज के लेख "liquid stock क्या होते हैं और liquid stock कैसे चुने?" के बारे में आसान शब्दो में जानेंगे। आइए तो फिर पहले जानते हैं कि मार्केट में liquidity शब्द का क्या अर्थ होता है।

Liquidity क्या है?

Liquidity का हिंदी में अर्थ "तरलता" होता है। इसका मतलब यह हुआ कि किसी भी asset को कितनी आसानी से खरीदा और बेचा जा इंट्रा डे ट्रेडिंग के लिए स्टॉक्स कैसे चुनें सकता है। यानी कि कोई भी asset जितना liquid होगा, उसकी उतनी आसानी से खरीद और बिक्री की जा सकता है। वहीं अगर कोई asset जितना illiquid होगा उसे बेचना और खरीदना उतना ही मुश्किल होता है।

Liquid Stock क्या है?

Liquid Stock का मतलब किसी भी शेयर को आसानी से कभी भी खरीदा और बेचा जा सकता है। यानी कि आपके पास जो भी शेयर है, उसे सही समय आने पर कैश में आसानी से बदला जा सके। अच्छी लिक्वडिटी वाले शेयरों में नजर रखना और उसमे ट्रेड या निवेश करने से आपको यह मदद मिलती है कि जब भी आपको एक मोटा प्रॉफिट हो तो उसे आसानी से बेच सके।

यदि आप illiquid stock में ट्रेड या निवेश करते हैं तो शायद यह भी हो सकता है, कि आपको कभी भी उस share को बेचना हो लेकिन कोई खरीदने वाला ना मिले। इसलिए प्रोफेशनल ट्रेडर्स और निवेशक आपको इस तरह के स्टॉक में ट्रेड इंट्रा डे ट्रेडिंग के लिए स्टॉक्स कैसे चुनें या निवेश करने से मना करते है। क्योंकि stock illiquid होने के कारण आपको बेचने में दिक्कत आ सकती है।

लिक्विड शेयरों के चार्ट में आपको हर एक मिनट कि कैंडल में बॉडी मिल जाती है। इस तरह के स्टॉक में हर एक मिनट में अच्छा वॉल्यूम होता है। Liquidity होने के कारण हर एक मिनट में शेयरों के प्राइस में उतार चढ़ाव होता रहता है। ज्यादातर penny stocks और कम प्राइस वाले शेयरों में लिक्वडिटी नहीं होती है।

Trading के लिए Liquid Stock क्यों महत्वपूर्ण है?

लिक्वडिटी का अर्थ आप लोग जान गए होगे। लेकिन क्या आपने कभी यह सोचा कि trading के लिए लिक्विड स्टॉक क्यों जरूरी होते हैं। आइए जानते हैं कि लिक्वडिटी बाजार को दो मुख रूप से कैसे प्रभावित करती है:-

1. मूल्य प्रसार ( Price Spread )

Finance में स्प्रेड का मतलब दो प्राइस, रेट्स, या यील्ड का अंतर होता है। अगर आसान शब्दो में बताए तो मूल्य प्रसार मार्केट के इंट्रा डे ट्रेडिंग के लिए स्टॉक्स कैसे चुनें खरीदार और विक्रेता के ऑर्डर्स का अंतर होता है। यह हमें बताने की कोशिश करता है कि एक खरीदार और विक्रेता के खरीद और बिक्री के प्राइस में क्या अंतर है।

Liquid Stock खरीद प्राइस और बिक्री प्राइस के बीच में आने वाले गैप को कम करने की कोशिश करता है। यानी कि लिक्विड स्टॉक में low price spread होता है। वहीं illiquid stock में खरीद प्राइस और बिक्री प्राइस के बीच में आने वाला गैप बहुत ज्यादा होता है। यानी कि illiquid स्टॉक में high price spread होता है। इसलिए illiquid स्टॉक में किसी भी शेयर को खरीदना और बेचना मुश्किल हो जाता है।

2. Slippage

Slippage का हिंदी में अर्थ "फिसलन" या " गिरावट" होता है। वहीं ट्रेडिंग slippage का मतलब अपेक्षित कीमत (expected price) और उस कीमत के बीच का अंतर जो ट्रेड निष्पादित (executed) हो चुका है। वैसे तो बाजार में शेयरों के प्राइस में तेजी से उतार चढ़ाव आता है। इसलिए slippage कभी भी हो सकता है। लेकिन ज्यादातर समय slippage होने कारण शेयर में high volatility होती है। दूसरी तरफ इसके होने का कारण यह भी है कि जब कोई बड़े मात्रा में ऑर्डर को executed किया जाता है, लेकिन उस समय bid/ask प्राइस के बीच में स्प्रेड बनाए रखने के लिए चयन किए गए प्राइस में वॉल्यूम नहीं होता है। बता दू कि liquid stock में illiquid stock में मुकाबले slippage कम होती है।

Slippage को हम दो प्रकार में भिवाजित कर सकते हैं। एक सकारात्मक गिरावट और दूसरा नकारात्मक गिरावट है। सकारात्मक गिरावट तब होती है जब लॉन्ग ट्रेड में ask price का कम होना और शॉर्ट ट्रेड में bid price का बढ़ना होता है। वहीं इंट्रा डे ट्रेडिंग के लिए स्टॉक्स कैसे चुनें नकारात्मक गिरावट तब होती है जब लॉन्ग ट्रेड में ask price का बढ़ना होना और शॉर्ट ट्रेड में bid price का कम होना होता है।

Trading के लिए Liquid Stocks को कैसे चुने?

Trading के लिए लिक्विड स्टॉक का होना आवश्यक है। खासकर intraday trading के लिए highly liquid stocks का होना जरूरी है। स्टॉक में वॉल्यूम के साथ साथ volatility होने से शेयर कि लिक्विडिटी बढ़ जाती है। आइए तो फिर जानते हैं की ट्रेडिंग के लिए लिक्वड स्टॉक्स कैसे चुने?

1. High Trade Volume

किसी भी स्टॉक में high volume होने का मतलब उस स्टॉक पर एक दिन में कितनी खरीद और बिक्री हुई है। हाई वॉल्यूम यानी कि उस स्टॉक में हाई लिक्विडिटी का होना है।

2. Bid/Ask प्राइस में कम अंतर होना

Bid/Ask प्राइस में कम अंतर होने का मतलब यह हुआ की उस स्टॉक को खरीदने के लिए अनेकों खरीददार मौजूद है। वहीं दूसरी तरफ अनेकों विक्रेता उस स्टॉक को बेचने के लिए मौजूद है। इससे slippage कि कमी और high liquidity होना दर्शाता है।

3. मध्य volatility वाले शेयरों को चुने

अगर किसी स्टॉक में कम लिक्विडिटी यानी कि वोलैटिलिटी बिल्कुल भी नहीं है। वह स्टॉक जो पूरी तरह से choppy है। उनसे हमेशा दूर रहना चाहिए। लेकिन वही दूसरी तरफ अगर स्टॉक ज्यादा वोलेटाइल होगा, तो उसमे नुकसान भी उतना ही ज्यादा हो सकता है। इसलिए ट्रेडिंग के लिए मध्य volatility वाले शेयरों को चुने। मध्य volatility वाले शेयरों में रिस्क, हाई volatility वाले शेयरों से कम होता है।

निष्कर्ष

ट्रेडर्स के नजरिए से स्टॉक में लिक्विडिटी होना बहुत जरूरी होता है। हाई लिक्विडिटी वाले स्टॉक को आसानी से खरीदा और बेचा जा सकता है। इस तरह के स्टॉक को जल्दी से नकदी में बदला जा सकता है। अगर किसी स्टॉक में लिक्विडिटी नहीं है तो शायद आप एक अच्छी ऑपर्च्युनिटी खो दे।

डे ट्रेडर्स को हाई लिक्विडिटी वाले स्टॉक का चयन करना चाहिए। क्योंकि उन्हें एक दिन में कई सौदे करने पड़ते हैं। अगर दूसरी तरफ देखे तो स्टॉक में लिक्विडिटी नहीं होने के कारण आप एक दिन में कई ट्रेड ना ले पाए। Illiquid stocks में आपके रिस्क कैपेसिटी से भी ज्यादा का नुकसान हो इंट्रा डे ट्रेडिंग के लिए स्टॉक्स कैसे चुनें सकता है।

उम्मीद करता हूं कि आपको आज का लेख "liquid stocks क्या है? लिक्वड स्टॉक कैसे चुने?" पसंद आया होगा। ऐसे ही वित्तीय बाजार के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारे ब्लॉग से जुड़े रहे। हम यहां आपको वित्तीय बाजार के साथ साथ टेक्नोलॉजी से जुड़ी अन्य जानकारियां भी साझा करते हैं।

Trading guide : कमजोर बाजार में भी ये शेयर आज करा सकते हैं जोरदार कमाई, न चूके नजर

Motilal Oswal के सिद्धार्थ खेमका का कहना है कि बुधवार को बाजार की दिशा तय करने में US FED के फैसलों और इसकी कमेंट्री की अहम भूमिका होगी

Trading guide : कल यानी 14 जून को दिन भर को भारी उतार-चढ़ाव के बाद बाजार अंत में लगातार तीसरे दिन लाल निशान में बंद हुआ था। कल Sensex 153 अंक गिरकर 52694 के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं, Nifty 42 अंक गिरकर 15732 के स्तर पर बंद हुआ था। Nifty Bank 94 अंक गिरकर 33,311 के स्तर पर बंद हुआ था। कल दिग्गजों की तरह ही छोटे और मझोले शेयरों में भी बिकवाली देखने को मिली थी। Nifty Midcap 100 index कल 0.23 फीसदी की की कमजोरी के साथ बंद हुआ था। वहीं, Smallcap 100 index 0.6 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ था। मंगलवार को ग्लोबल बाजारों में भी सुस्ती रही।

अब कैसी रह सकती है बाजार की चाल

LKP Securities के रूपक डे का कहना है कि निफ्टी ने कल कमजोरी के साथ शुरुआत की थी। पूरे ये लगभग पूरे दिन साइडवेज ही रहा था। थोड़ा ऊपर बंद होने के पहले इसको निचले छोर पर हिस्टोरिकल स्विंग लो के करीब सपोर्ट मिला। अब डेली आरएसआई (daily RSI) बियरिश क्रॉसओवर में नजर आ रहा है। शॉर्ट टर्म में निफ्टी हमें साइडवेज ही नजर आएगा। नीचे की तरफ निफ्टी के लिए 15650 पर सपोर्ट और ऊपर की तरफ 15900-16000 पर रजिस्टेंस नजर आ रहा है।

शुरुआती के लिए 6 बेस्ट शेयर मार्केट टिप्स

Share Market Tips for Beginners

लेकिन इससे पहले कि हम सुझावों को समझें, शेयर बाजार और शेयर बाजार क्या है? शेयर बाजार और शेयर बाजार वह जगह है जहां शेयर जारी और कारोबार किया जाता है। शेयर बाजार और शेयर बाजार में अंतर की छोटी सी बात यह है कि वित्तीय साधन जैसेम्यूचुअल फंड्स बांड सभी शेयर बाजार में कारोबार कर रहे हैं। शेयर बाजार केवल शेयरों के व्यापार के लिए।

शुरुआती के लिए सर्वश्रेष्ठ शेयर बाजार युक्तियाँ

1. लिटिल . से शुरू करें

यह शायद सबसे महत्वपूर्ण में से एक हैस्टॉक मार्केट टिप्स भारत में पालन करने के लिए। अधिक पैसा कमाने की उम्मीद में आप अधिक नकदी के साथ अपना व्यापार शुरू करने के लिए ललचा सकते हैं। हालांकि, अधिकांश स्थितियों में यह सच नहीं है। शेयर बाजार में, यह हमेशा अनुशंसा की जाती है कि आप व्यावहारिक ज्ञान के साथ व्यापार के बारे में समझ हासिल करने के बाद छोटी शुरुआत करें और अंततः अपनी ट्रेडिंग राशि बढ़ाएं।

हालाँकि, पहले से योजना बनाना अधिक महत्वपूर्ण हैनिवेश शेयर खरीदने में पैसा। इन पांच आवश्यक प्रश्नों को याद रखें और शुरू करने से पहले उनका उत्तर दें:

  • मैं शेयरों में कैसे निवेश करना चाहता हूं?
  • स्टॉक खरीदने का मेरा लक्ष्य क्या है?
  • स्टॉक खरीदने के लिए मेरा बजट क्या है?
  • मुझे ट्रेडिंग और स्टॉक के बारे में कितना पता है?
  • क्या मैं अभी निवेश शुरू करने के लिए तैयार हूं?

ये प्रश्न आपको अपने उद्यम की नींव रखने में मदद करेंगे क्योंकिइन्वेस्टर. एक शुरुआत के रूप में, अधिक खर्च न करें। अपनी ट्रेडिंग के लिए सावधानी से एक बजट अलग रखें और ट्रेडिंग के लिए कभी भी लोन न लें।

2. अपने विकल्पों को समझें

एक शुरुआत के रूप में, आप बाजार में उपलब्ध विकल्पों की संख्या से भ्रमित हो सकते हैं। आपको थोड़ा आराम करने में मदद करने के लिए, यहां आपके लिए शेयर मार्केट टिप दी गई है।

याद रखें कि स्टॉक स्टॉक वर्गों, बाजार पूंजीकरण, स्वामित्व, लाभांश भुगतान, बुनियादी बातों, जोखिम और मूल्य प्रवृत्तियों पर आधारित होते हैं। आइए उन पर एक संक्षिप्त नज़र डालें:

ए। बाजार पूंजीकरण पर आधारित स्टॉक

बाजार पूंजीकरण के आधार पर यहां तीन प्रकार के स्टॉक दिए गए हैं:

लार्ज कैप स्टॉक्स: ये स्टॉक आमतौर पर ब्लू-चिप कंपनियों के होते हैं। इन कंपनियों के पास अपने निपटान के लिए बड़ी मात्रा में नकदी है। निवेशकों को की तुलना में अधिक लाभांश प्राप्त करने का लाभ मिलता हैमध्यम दर्जे की कंपनियों के शेयर तथाछोटी टोपी कंपनियां।

मिड कैप स्टॉक्स: ये शेयर उन कंपनियों के हैं जिनका बाजार पूंजीकरण रु. 250 करोड़ से रु. 4000 करोड़। ये कंपनियां अच्छे लाभांश का भुगतान करती हैं और इनमें विकास और स्थिरता की क्षमता भी होती है।

स्मॉल-कैप स्टॉक: ये शेयर उन कंपनियों के हैं जिनका बाजार पूंजीकरण रुपये तक है। 250 करोड़। उनमें बढ़ने की क्षमता है।

बी। स्वामित्व

तीन प्रकार के स्टॉक का उल्लेख नीचे किया गया है:

पसंदीदा और सामान्य स्टॉक: ये शेयर अपने निवेशकों को हर साल एक निश्चित राशि का लाभांश देते हैं।

हाइब्रिड स्टॉक: ये शेयर कंपनियों के हैंप्रस्ताव पसंदीदा शेयरों को आम शेयरों में बदलने के विकल्प के साथ। हालांकि, यह एक विशेष समय पर शर्तों के अधीन है।

एंबेडेड डेरिवेटिव ऑप्शन स्टॉक्स: ये ऐसे स्टॉक हैं जो आमतौर पर उपलब्ध नहीं होते हैं।

सी। लाभांश भुगतान

ग्रोथ स्टॉक्स: इन शेयरों का मूल्य विकास दर के साथ बढ़ता है जो निवेशकों को उच्च रिटर्न से लाभ प्राप्त करने की अनुमति देता है।

आय स्टॉक: इन शेयरों से संकेत मिलता है कि कंपनी की स्थिर वृद्धि होगी और लगातार लाभांश उपलब्ध होगा।

डी। बुनियादी बातों

ओवरवैल्यूड शेयर- यह उस शेयर को संदर्भित करता है जिसकी कीमत आधार मूल्य से अधिक है।

अंडरवैल्यूड स्टॉक्स- यह निवेशकों के बीच एक लोकप्रिय स्टॉक है क्योंकि इसकी कीमत कम है। निवेशकों का मानना है कि भविष्य में कीमतों में तेजी आएगी।

इ। जोखिम

बीटा स्टॉक: बीटा स्टॉक की कीमत में उतार-चढ़ाव का सूचक है। बीटा जितना अधिक होगा, स्टॉक का जोखिम उतना ही अधिक होगा।

ब्लू चिप स्टॉक: यह स्थिर आय वाली कंपनियों के शेयरों को संदर्भित करता है, नियमित लाभांश का भुगतान करता है और कम देनदारियां रखता है।

एफ। मूल्य रुझान

रक्षात्मक स्टॉक- ये शेयर इससे अप्रभावित हैंआर्थिक स्थितियां. बाजार की स्थिति खराब होने पर इन शेयरों को प्राथमिकता दी जाती है।

चक्रीय स्टॉक: ये स्टॉक कीमतों में उतार-चढ़ाव और आर्थिक स्थितियों से अत्यधिक प्रभावित होते हैं। ऑटोमोबाइल उद्योग श्रेणी में आता है।

3. अनुसंधान

एक शुरुआत के रूप में यह सबसे अच्छा हैइंट्राडे ट्रेडिंग ट्रेडिंग पर खर्च करना शुरू करने से पहले टिप यह है कि आप अच्छी तरह से शोध करें। उस कंपनी के बारे में जानें जिसमें आप निवेश करना चाहते हैं। आय, लाभांश भुगतान, ऐतिहासिक प्रदर्शन, विकास विकल्प, प्रबंधन कौशल इत्यादि के बारे में जानें। ये सही स्टॉक चुनने और निवेश करने में आपकी सहायता करने के लिए महत्वपूर्ण संकेतक हैं।

शुरुआत के रूप में शोध के बिना शुरुआत न करें। आप बिना किसी सूचना के निर्णय ले सकते हैं और भावनाओं या भीड़-आधारित रुझानों को आप पर हावी होने दे सकते हैं।

4. अपनी निवेश विधि चुनें

उन्नत स्टॉक ट्रेडिंग और इंट्राडे ट्रेडिंग पर सबक लेना फायदेमंद साबित हो सकता है क्योंकि यह आपको ट्रेडिंग क्षेत्र में व्यावहारिक अनुभव प्रदान करता है। यदि आपने ऑनलाइन प्रशिक्षण कक्षाओं का विकल्प चुना है तो आप ऑनलाइन सामग्री का उपयोग कर सकते हैं। इंटरएक्टिव सत्र, वेबिनार आदि जब चाहें तब काम आ सकते हैं।

ट्रेडिंग में खुद को शिक्षित करने से आपको एक जानकार व्यापारी बनने में मदद मिलेगी और व्यावहारिक अनुभव होने से आपको सही निर्णय लेने और अधिक लाभ कमाने में मदद मिलेगी।

6. लंबी अवधि का निवेश

जब आप लंबे समय तक स्टॉक खरीदते और बनाए रखते हैं तो आप मूल्य खरीद और विविधीकरण में भाग ले रहे हैं। आप अपने धन को गुणवत्ता और मात्रा के साथ लंबे समय तक बढ़ने में मदद कर सकते हैं। शेयरों में लंबे समय तक निवेश करने से शॉर्ट टर्म निवेश की तुलना में आपकी टैक्स दरें भी कम हो जाती हैं। आप नकारात्मक रिटर्न की संभावना से भी बच सकते हैं और उच्च रिटर्न की उम्मीद कर सकते हैं। इसके साथ ही लागूकरों, शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग की तुलना में ओवरहेड खर्च सभी बेहद कम हैं।

पूछे जाने वाले प्रश्न

1. विविधीकरण क्या है?

विविधीकरण एक ऐसी तकनीक है जिसके द्वारा आप इसमें शामिल जोखिम को कम कर सकते हैंशेयर बाजार निवेश. विभिन्न उद्योगों, उपकरणों और अन्य श्रेणियों में निवेश आवंटित किए जाते हैं।

2. लाभांश क्या है?

लाभांश एक कंपनी की आय के वितरण को संदर्भित करता हैशेयरधारकों.

3. पेपर ट्रेडिंग क्या है?

पेपर ट्रेडिंग एक ऐसा व्यवहार है जो आपको वास्तविक धन को जोखिम में डाले बिना खरीदने और बेचने की अनुमति देता है। सॉफ्टवेयर में ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ने पेपर ट्रेडिंग को बढ़ा दिया है।

4. आईपीओ क्या है?

IPO का मतलब इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) से है। यह एक स्टॉप इश्यू के माध्यम से एक निजी कंपनी के इंट्रा डे ट्रेडिंग के लिए स्टॉक्स कैसे चुनें शेयरों को जनता को देने की प्रक्रिया है।

निष्कर्ष

यदि आप सबसे अच्छे शेयरों पर ध्यान केंद्रित करते हैं तो शेयर बाजार में ट्रेडिंग करना मुश्किल नहीं है। हमेशा सूचित रहें और किसी भी बदलाव के अनुकूल होने के लिए शोध करें।

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