दलाली संकेत

स्विट्जरलैंड के बैंकों में पैसातस्वीर: AP
कांग्रेस का शिवराज सरकार पर बड़ा आरोपः कहा- बीमा कंपनियों की कर रही दलाली
कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने प्रदेश की बीजेपी सरकार और सीएम शिवराज सिंह चौहान पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने सरकार पर दलाली के आरोप लगाए और सीएम शिवराज को कमजोर मुख्यमंत्री बताया. साथ ही उमा भारती के शराबबंदी और नरोत्तम मिश्रा के हालिया बयानों पर चुटकी भी ली. (Jitu Patwari on CM Shivraj Singh)
भोपाल। प्रदेश कांग्रेस ने मध्य प्रदेश सरकार पर दलाली करने का आरोप लगाया है. कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि यह विज्ञापनों की सरकार बीमा कंपनियों की दलाली करती है. पटवारी ने कहा कि आज का मुख्यमंत्री कमजोर है, इसी कारण प्रदेश में अव्यवस्था के हालात बन रहे हैं. पटवारी ने तंज कसते हुए कहा कि उमा भारती की बात पर अब वजन नहीं रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश के 30% किसानों को ही बीमा राशि मिली है. संसद में कृषि विभाग की स्थाई समिति ने जो रिपोर्ट पेश की है उसके तहत मध्यप्रदेश में किसानों को लूटा जा रहा है. मध्यप्रदेश में बीमा कंपनी और सरकार दलाली संकेत के नुमाइंदे मिलकर किसानों को लूट रहे हैं.
गंगा सामान्य नहीं-होगा सर्वनाश
डा. जी डी अग्रवाल के आमरण अनशन का 12 वां दिन
डॉ अग्रवाल और गोपाल मणि जी उच्चस्तरीय समिति के एक और सदस्य ने दिया इस्तिफा
डा अग्रवाल के आमरण अनशन का आज बारहवां दिन भी जारी और मिलने वालों का सिलसिला लगातार बढ़ रहा है। प्रसिध्द गंगा, गौ कृपाकाक्षी रामकथा वाचक सन्त गोपालमणी महाराज जी डा अग्रवाल से मिलने अखिल भारत हिन्दू महासभा भवन पहुचे और उन्होनें कहा कि रावण ने गंगा को सामान्य नदी, गाय को पशु तथा राम को मनुष्य समझकर भूल की और उसका सर्वनाश हो गया, आज यही भूल विकास के दलाल कर रहे है और यही विनाश का संकेत है।
उच्चस्तरीय समिति के सदस्य श्री आर एन सिहं (पूर्व निदेशक नीरी नागपुर) ने जो कि उच्चस्तरीय समिति में सरकार के द्वारा मनोनित किये गये थे यह कहते हुए अपना इस्तिफा सौंप दिया कि मै तो एक साफ छवि वाला वैज्ञानिक रहा हूं और मैं ऐसी समिति में सदस्य नही रह सकता जहॉ पर इतनी अवैज्ञानिक तरीके से कार्यवाही की जाये। ज्ञात हो कि श्री सिंह ने समिति की बैठक में बार-बार यह मुद्दा उठाया था कि भागीरथी नदी को जीवित रखने के लिए कम से कम 16 क्यूबेक्स पानी लीन सीजन में होना चाहिए। उनकी बात को अहमियत न देने के कारण उनको मजबूरन इस्तिफा देना पडा।
Stock Market: दलाल स्ट्रीट में बैक टू बैक गिरावट बदस्तूर जारी। सेंसेक्स 509.24 अंक लुढ़का।
एक तरफ डॉलर (Dollar) के आगे रुपये (Indian currency) में गिरावट जारी है। वही दूसरी तरफ दलाल स्ट्रीट में बैक टू बैक गिरावट बदस्तूर जारी है। बुधवार को भी भारतीय शेयर बाज़ार (Indian Share Market) में गिरावट जारी रही।
बुधवार को दलाल स्ट्रीट का सेंसेक्स (Sensex) 509.24 अंक गिरकर 56,598.28 पर बंद हुआ। जबकि निफ्टी (Nifty) 16900 के नीचे पहुंच गया। निफ्टी 148.80 अंक नीचे लुढ़क कर 16,858.60 के लेवल पर बंद हुआ। उधर बैंक निफ़्टी (Bank Nifty) में भी गिरावट रही।
बाजार में बैंकिंग (Banking) और मेटल स्टॉक्स (Metal Stock) में बिकवाली रही। टेक्निकली रूप से निफ्टी में 17,000 के स्तर पर रेजिस्टेंस नजर आ रहा है। इसके नीचे जाने पर निफ्टी 16,700-16,650 तक फिसल सकती है।
वही अगर निफ्टी 17,000 के लेवल के ऊपर जाता है तो रिकवरी दिख सकती है। निफ़्टी इसके ऊपर जाने पर इंडेक्स (Index) 17,100-17,200 तक जा सकता है।
Share Market: ग्लोबल मार्केट से कमजोर संकेत, क्या भारतीय बाजार पर भी पड़ेगा असर?
Share Market Prediction: गणेश चतुर्थी के बाद आज भारतीय शेयर बाजार (Indian Share Market) खुलेंगे. हालांकि, विदेशी मार्केट से मिल रहे संकेतों के मुताबिक बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है. बढ़ती महंगाई और मंदी की चिंता से ग्लोबल मार्केट में उथल-पुथल मचा हुआ है. जिसका असर भारतीय निवेशकों पर भी पड़ सकता है.
इससे पहले मंगलवार को भारतीय बाजार में बड़ा उछाल देखने को मिला था. सेंसेक्स 1,564.45 अंक यानी 2.70 फीसदी की लंबी छलांग के साथ 59,537.07 अंक पर बंद हुआ था. इसी तरह निफ्टी भी 446.40 अंक यानी 2.58 फीसदी चढ़कर 17,759.30 अंक पर बंद हुआ था.
विदेशी मार्केट का क्या हाल?
गणेश चतुर्थी पर दलाल स्ट्रीट बंद रहा, लेकिन बुधवार को वैश्विक बाजार खुले रहे. वॉल स्ट्रीट पर डाउ जोंस (Dow Jones) 0.80 फीसदी, नैस्डैक (Nasdaq) 0.56 फीसदी, S&P 500 0.78 फीसदी और स्मॉल कैप 2000 0.366 फीसदी फिसले. अमेरिकी बाजारों में लगातार चौथे दिन गिरावट देखने को मिली है. पिछले 2 दिनों में दलाली संकेत डाउ जोंस (Dow Jones) करीब 600 अंक लुढ़का है जबकि निफ्टी 1.दलाली संकेत 5% फिसला है.
अगर एशियन मार्केट की बात करें तो गुरुवार को SGX निफ्टी 70 अंक नीचे गिरकर 17,451 के स्तर पर है. जापान का निक्केई (Nikkei) 1.61 फीसदी नीचे है, हांगकांग का हैंग सेंग सपाट कारोबार कर रहा है. वहीं चीनी बाजार में 0.17 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है.
बाजार पर इसका भी असर
बढ़ती महंगाई और मंदी की चिंता से ग्लोबल मार्केट में गिरावट है. इसके साथ ही ईरान परमाणु डील की उम्मीद में कच्चा तेल दो दिन में 10 फीसदी लुढ़का है.
30 अगस्त को विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने शुद्ध रूप से ₹4,165.86 करोड़ मूल्य के शेयर खरीदे हैं, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने शुद्ध रूप से ₹656.72 करोड़ मूल्य के शेयर बेचे हैं.
Stocks In News: इन स्टॉक्स पर रखें नजर
Zomato: ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म Zomato ने फूड ऑर्डरिंग और डिलीवरी के तीन प्रमुख क्षेत्रों पर अपना ध्यान केंद्रित करने का फैसला किया है. कंपनी के चेयरमैन कौशिक दत्ता ने मंगलवार को कहा कि 'हाइपरप्योर' और क्विक कॉमर्स के जरिए रेस्तरां को आपूर्ति की जाएगी.
GMR Infrastructure: कंपनी ने पीटी गोल्डन एनर्जी माइंस टीबीके (PT GMS) में अपनी 30% इक्विटी हिस्सेदारी पीटी राधिका जनता राया को 420 मिलियन डॉलर में बेचने के लिए समझौते किए हैं.
Vodafone Idea: सोमवार को कंपनी के 27वें AGM में 99.75 फीसदी शेयरधारकों ने "अक्षय मूंदड़ा को कंपनी का मुख्य कार्यकारी अधिकारी" नियुक्त करने के विशेष प्रस्ताव के पक्ष में वोट किया.
NTPC: एनटीपीसी को निजी प्लेसमेंट के आधार पर गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर जारी करके 12,000 करोड़ रुपये तक जुटाने के लिए शेयरधारकों की मंजूरी मिली है.
स्विस बैंकों में जमा धन की जानकारी मिलेगी
भारतीय रक्षा मंत्री एके एंटनी ने गुरुवार को कहा कि जिन लोगों ने सरकारी पैसा हड़पकर स्विट्जरलैंड के बैंकों में रखा है, उनके नामों को सामने लाया जाएगा. भारत सरकार विदेश में छिपाए गए पैसों को वापस लाने की पूरी कोशिश करेगी.
एंटनी ने कहा, "हमारी सरकार वह सारा पैसा वापस लाने के लिए वचनबद्ध है. हम सच जानना चाहते हैं और इसलिए कोशिशें जारी हैं. हम कोई भी बात नहीं छिपाएंगे." एंटनी उन रिपोर्टों की ओर संकेत कर रहे थे जिनके मुताबिक सुरक्षा संबंधी समझौतों के सिलसिले में दलाली में मिले धन को स्विट्जरलैंड के बैंकों में रखा गया है. उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने अपनी दलाली संकेत बात सामने रख दी है. बुधवार को प्रधानमंत्री ने कहा था कि काले धन को वापस लाने के लिए कोई आसान तरीका नहीं है और सरकारी जानकारी को सबके सामने जाहिर नहीं किया जा सकता क्योंकि इस तरह की जानकारी हासिल करने के लिए कई औपचारिक समझौते किए गए हैं.