सलाहकारों विदेशी मुद्रा

व्याख्या:
CEA : सीईए अनंत नागेश्वरन बोले- सलाहकारों विदेशी मुद्रा रुपये को धीरे-धीरे कमजोर होने दे आरबीआई विदेशी मुद्रा भंडार का हो उचित उपयोग
मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) अनंत नागेश्वरन ने सोमवार को कहा, आरबीआई को रुपये को धीरे-धीरे कमजोर होने देना चाहिए। विदेशी मुद्रा भंडार का सही तरीके से उपयोग करना चाहिए। उनकी इस टिप्पणी को सरकार की पहली आधिकारिक टिप्पणी के रूप में भी देखा जा रहा है क्योंकि इस साल की शुरुआत में विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट को लेकर चिंताएं सामने आई थीं।
सीईए ने ऐसे समय में यह टिप्पणी की है, जब केंद्रीय बैंक रुपये की गिरावट थामने के लिए 110 अरब डॉलर से अधिक की बिकवाली कर चुका है। उन्होंने कहा, हमें विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ाना चाहिए। फिर भी किसी भी चुनौती से निपटने के लिए दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था के पास विदेशी मुद्रा का पर्याप्त भंडार है। उन्होंने कहा, व्यापार घाटे पर काबू पाना इस साल की प्राथमिक चुनौती होगी।
कोरोना संकट के बीच आई अच्छी खबर, देश का विदेशी मुद्रा भंडार पहली बार 500 अरब डॉलर के पार
Published: June 13, 2020 10:22 PM IST
मुंबई: विदेशी निवेश में तेजी के चलते सलाहकारों विदेशी मुद्रा पांच जून को समाप्त सप्ताह में देश के विदेशी मुद्रा भंडार में 8.22 अरब डॉलर की जोरदार वृद्धि हुई. इसके दम पर देश का विदेशी मुद्रा भंडार इतिहास में पहली बार 500 अरब डॉलर के सलाहकारों विदेशी मुद्रा स्तर को पार कर गया. रिजर्व बैंक के ताजा आंकड़ों में इसकी जानकारी मिली. आंकड़ों के अनुसार, सलाहकारों विदेशी मुद्रा विदेशी मुद्रा आस्तियों में तेज वृद्धि के कारण आलोच्य सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 501.70 अरब डॉलर पर पहुंच गया.
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यह भंडार एक साल के आयात जरूरतों को पूरा करने के बराबर है. इससे पहले 29 मई को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 3.44 अरब डॉलर बढ़कर 493.48 अरब डॉलर पर पहुंच गया था. पांच जून को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा आस्तियों में 3.44 अरब डॉलर की वृद्धि हुई और यह 493.48 अरब डॉलर पर पहुंच गई. विदेशी मुद्रा भंडार में सर्वाधिक योगदान विदेशी मुद्रा आस्तियों का होता है.
विदेशी मुद्रा भंडार को डॉलर के संदर्भ में गिना जाता है. हालांकि, इसमें यूरो, पाउंड, येन जैसी अन्य मुद्राएं भी शामिल होती हैं. कुल सलाहकारों विदेशी मुद्रा भंडार पर इन मुद्राओं के उतार व चढ़ाव का भी असर पड़ता है. वित्त मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, विदेशी मुद्रा भंडार का 500 अरब डॉलर के पार हो जाना देश के लिये एक ऐतिहासिक क्षण है. अधिकारी ने कहा, “मार्च 2020 के बाद, लगभग 24 अरब डॉलर की वृद्धि होना भारतीय अर्थव्यवस्था में विश्वास का प्रतीक है.”
UPSC परीक्षा कम्प्रेहैन्सिव न्यूज़ एनालिसिस - 01 July, 2022 UPSC CNA in Hindi
1. संशोधित PSLV ने तीन विदेशी उपग्रहों को कक्षा में स्थापित किया:
- भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के पीएसएलवी-सी53 ने इसरो, न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड (एनएसआईएल) ने दूसरे समर्पित मिशन में सिंगापुर के तीन उपग्रहों को उनकी इच्छित कक्षाओं में स्थापित किया।
- इस मिशन ने वैज्ञानिक प्रयोगों के संचालन के लिए कक्षा में एक स्थिर मंच के रूप में अपने पीएसएलवी-चौथे चरण “पीएसएलवी कक्षीय प्रायोगिक मॉड्यूल (पीओईएम)” का उपयोग करके इसरो के लिए एक अतिरिक्त उद्देश्य भी पूरा किया।
- इसरो द्वारा ps 4 stage ko हासिल करने तथा आकाशीय कक्षाओं में लागत प्रभावी प्रयोग , स्टार्टअप, स्टूडनेट्स और वैज्ञानिक समुदाय की बढ़ती मांगो को पूरा कर सकता है।
पीएम मोदी की सलाहकार ने ही उठाए आर्थिक पैकेज पर सवाल, कहा- 20 लाख करोड़ का पैकेज अपने आप में पूर्ण नहीं है
Highlights भारत की वृद्धि को पुनर्जीवित करने पर आशिमा गोयल ने कहा कि कोविड-19 महामारी अर्थव्यवस्था के लिए एक अस्थायी झटका है। आशिमा गोयल ने कहा, आर्थिक पैकेज अपने आप में हर तरह से पूर्ण नहीं है. पैकेज में खामियां दूर कर इसे बेहतर बनाने की गुंजाइश है।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद की सदस्य आशिमा गोयल ने 20 लाख करोड़ रुपये के सलाहकारों विदेशी मुद्रा आत्मनिर्भर भारत अभियान पैकेज पर सवाल उठाए हैं। आशिमा गोयल ने कहा है कि 20.97 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज में और सुधार की गुंजाइश है। इस पैकेज को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने चार से पांच चरणों में पूरी जानकारी दी थी। आशिमा गोयल ने कहा कि अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार को मांग को बढ़ावा देने की जरूरत है। आशिमा गोयल ने यह बयान पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की एक आभासी संगोष्ठी में संबोधित करते हुए दिया।
पीएम मोदी की सलाहकारों विदेशी मुद्रा सलाहकार ने ही उठाए आर्थिक पैकेज पर सवाल, कहा- 20 लाख करोड़ का पैकेज अपने आप में पूर्ण नहीं है
Highlights भारत की वृद्धि को पुनर्जीवित करने पर आशिमा गोयल ने कहा कि कोविड-19 महामारी अर्थव्यवस्था के लिए एक अस्थायी झटका है। आशिमा गोयल ने कहा, सलाहकारों विदेशी मुद्रा आर्थिक पैकेज अपने आप में हर तरह से पूर्ण नहीं है. पैकेज में खामियां दूर कर इसे बेहतर बनाने की गुंजाइश है।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद की सदस्य आशिमा गोयल ने 20 लाख करोड़ रुपये के आत्मनिर्भर भारत अभियान पैकेज पर सवाल उठाए हैं। आशिमा गोयल ने कहा है कि 20.97 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज में और सुधार की गुंजाइश है। इस पैकेज को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने चार से पांच चरणों में पूरी जानकारी दी थी। आशिमा गोयल ने कहा कि अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार को मांग को बढ़ावा देने की जरूरत है। आशिमा गोयल ने यह बयान पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की एक आभासी संगोष्ठी में संबोधित करते हुए दिया।