अमेरिकन एक्सचेंज

इस समूह का कहना है कि उसके पास अपने आरोपों के प्रमाण में ई-मेल और वायस रिकॉर्डिंग भी है। ‘एथिकल एम्प्लॉइज’ नाम के इन्फोसिस के इस अज्ञात कर्मचारियों के समूह ने इन्फोसिस बोर्ड के साथ ही अमेरिका के SEC को एक विस्फोटक लेटर लिखकर आरोप लगाया है कि ज्यादा मुनाफा और रेवेन्यू कमाने के लिए कंपनी ने ‘अनैतिक’ आचरण का सहारा लिया है। इन्फोसिस ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि SEC ने CEO सलिल पारिख और CFO नीलांजन रॉय के बारे में व्हिसलब्लोअर की शिकायत पर जांच शुरू कर दी है। इन्फोसिस बोर्ड को लेटर लिखकर भेजी गई अपनी शिकायत में कर्मचारियों के ग्रुप ने कहा है कि उन्होंने प्रमाण की कॉपियां मेल के साथ अटैच की हैं और वे इस मामले की तत्काल जांच चाहते हैं। लेटर के अनुसार, ‘वायस रिकॉर्डिंग और ई-मेल से यह पता चलता है कि किस तरह से CEO और CFO ने ऑडिटर को नजरअंदाज कर ये काम किए और ऑडिटर को बदल देने की भी धमकी दी। ‘
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अमेरिकन एक्सचेंज ने की इन्फोसिस की छानबीन, कम्पनी पर लगे गंभीर आरोप
News Desk – आईटी दिग्गज इन्फोसिस में गड़बड़ी के बारे में व्हिसलब्लोअर की शिकायत पर अमेरिकी सिक्यूरिटीज ऐंड एक्सचेंज कमीशन ने जांच शुरू कर दी है। गुरुवार को यह खबर आने के बाद इन्फोसिस का शेयर टूट गया। सुबह 9.30 बजे इन्फोसिस का शेयर करीब 12 अंकों की गिरावट के साथ 638 रुपये पर पहुंच
News Desk –
आईटी दिग्गज इन्फोसिस में गड़बड़ी के बारे में व्हिसलब्लोअर की शिकायत पर अमेरिकी सिक्यूरिटीज ऐंड एक्सचेंज कमीशन ने जांच शुरू कर दी है। गुरुवार को यह खबर आने के बाद इन्फोसिस का शेयर टूट गया। सुबह 9.30 बजे इन्फोसिस का शेयर करीब 12 अंकों की गिरावट के साथ 638 रुपये पर पहुंच गया था। दोपहर 12 बजे तक इन्फोसिस का शेयर 641 रुपये पर चल रहा था। बुधवार को इन्फोसिस का शेयर 650.75 रुपये पर बंद हुआ था। आपको बता दें कि इन्फोसिस के CEO सलिल पारिख और CFO नीलांजन रॉय पर गड़बड़ी करने का आरोप लगाया गया है। कर्मचारियों के एक अनाम समूह ने कई गंभीर आरोप लगाए हैं। ग्रुप ने कहा है कि कंपनी का मुनाफा ज्यादा दिखाने के लिए उन्होंने निवेश नीति और एकाउंटिंग अमेरिकन एक्सचेंज में छेड़छाड़ किया है और ऑडिटर को अंधेरे में रखा है।
अमेरिकन एक्सचेंज
भारत की दूसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी इन्फोसिस ने गुरुवार को कहा कि इसके अमेरिकन डिपोजिटरी शेयरों (एडीएस) ने न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज (एनवाई) पर कारोबार शुरु किया है।
इन्फोसिस ने अपने एक बयान में कहा, 'इन्फोसिस एडीएस ने न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज पर इन्फी टिकर के तहत काम करना शुरू कर दिया है।' इस महीने कंपनी ने नैस्डैक पर सूचीबद्ध एडीएस के एनïवाईएसई पर स्थानांतरित करने की घोषणा की थी।
दरअसल कंपनी इस कदम के जरिये अमेरिकन एक्सचेंज अपने यूरोपीय निवेशकों की अच्छी पहुंच इस स्टॉक तक कराना चाहता है। कंपनी ने अपने बयान में कहा है कि वह एडीएस को एनïवाईएसई यूरोनेक्स्ट के पेरिस और लंदन एक्सचेंजों पर भी सूचीबद्ध कराने की प्रक्रिया में है।
नैस्डेक कम्पोजिट इंडेक्स क्या है? सम्पूर्ण जानकारी हिंदी में।
नैस्डेक कम्पोजिट के बारे में जानने से पहले आपको Nasdaq के बारे में थोड़ा सा पता होना चाहिए। नैस्डेक एक अमेरिकी स्टॉक एक्सचेंज है, जो न्यूयॉर्क में स्थित है। यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है तथा इसी ने दुनिया में सबसे पहले इलेक्ट्रॉनिक रूप में काम करना शुरू किया था। दुनिया की सभी बड़ी-बड़ी कंपनियां नैस्डैक पर लिस्ट हैं। Nasdaq Composite index भी इसी का एक भाग है, चलिए जानते हैं- नैस्डैक कम्पोजिट इंडेक्स क्या है? Nasdaq Composite Index क्या है? in Hindi.
Nasdaq Composite Index क्या है?
नैस्डेक कम्पोजिट, एक इंडेक्स है यह ढाई हजार से ज्यादा सिक्युरिटीज के प्रदर्शन को मापता है। जो नैस्डेक शेयर मार्केट अमेरिकन एक्सचेंज पर सूचीबद्ध हैं। इसे अक्सर S&P 500 और Dow Jones Industrial Average के साथ-साथ बताया जाता है। लेकिन यह टेक्नोलॉजी कंपनियों के लिए जाना जाता है क्योंकि यह बड़ी मात्रा में टेक्नोलॉजी कंपनियों के प्रदर्शन को मापता है। इलियट वेव थ्योरी क्या है?
अमेरिकन स्टॉक एक्सचेंज (AMEX) को सन 1800 में लॉन्च किया गया था, तब इसे Curb Exchange के रूप में जाना जाता था। 1921 में इसे ट्रिनिटी की नई बिल्डिंग में स्थानांत्रित कर दिया गया। 1923 में यह अमेरिका का आधिकारिक स्टॉक एक्सचेंज बन गया। 1998 में नेशनल एसोसिएशन ऑफ़ सिक्योरिटी डीलर्स (Nasdaq) ने घोषणा की कि अमेरिकन स्टॉक एक्सचेंज, नैस्डेक के साथ विलय कर नैस्डेक-एमेक्स मार्केट ग्रुप का निर्माण करेगा। हालांकि अभी भी यह एक सक्रिय अमेरिकन स्टॉक एक्सचेंज है। भारतीय फाइनेंसियल मार्केट
INR USD Exchange Rate Today: भारत के 100 रुपये अमेरिका में 1.31 डॉलर, जानें एक मई का एक्सचेंज रेट
काफी संख्या में ऐसे भारतीय अमेरिका में रहते हैं जो या तो वहां बस गए हैं, या नौकरी और पढ़ाई के वीजा पर यूएस में हैं। इनमें से काफी लोगों का वहां रहते अमेरिकन एक्सचेंज हुए रुपयों का लेनदेन चलता रहता है। ऐसे में अगर भारत अमेरिका पैसा अमेरिका भेजा जाता है तो वहां डॉलर में अमेरिकन एक्सचेंज चेंज होकर मिलता है। इसी वजह से प्रतिदिन भारतीय करेंसी रूपया और अमेरिकन करेंसी में थोड़ा बहुत बदलाव देखा जाता है। लेकिन इसके लिए आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि हम हर रोज आपको एक्सचेंज रेट में दोनों करेंसी का भाव बताते हैं जिससे भारत से आया पैसा यूएस डॉलर में कनवर्ट कराने में आप परेशान ना हो।
अमेरिका के शेयर बाजार अमेरिकन एक्सचेंज को किस नाम से जाना जाता है | American Stock Market Name
आज किस पोस्ट में हम आपको बताएंगे क्या अमेरिका के शेयर बाजार को किस नाम से जाना जाता है एवं वहां पर कौन से मुख्य स्टॉक एक्सचेंज हैं.
अमेरिका के शेयर बाजार को किस नाम से जाना जाता है
दुनियाभर में शेयर मार्केट का क्रेज काफी तेजी से चल रहा है लोग अपने पैसे को निवेश करने के लिए शेयर मार्केट को एक अच्छा Option मानते हैं. यही कारण है कि नए नए बिजनेस स्टॉक एक्सचेंज इस पर लिस्ट होते हैं और लोग इन पर अपने पैसे का निवेश करते हैं.
American Stock Market Name
आप जानते हैं कि भारत में शेयर मार्केट को कई नामों से जाना जाता है इसी तरह से अमेरिका U.S.A में भी ज्यादातर लोग शेयर मार्केट को स्टॉक मार्केट बोलते हैं एवं इसके कुछ मुख्य एक्सचेंज ऐसे जैसे कि भारत में एनएससी और बीएससी है अमेरिका के एक्सचेंज दुनिया के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज है और वह कौन कौन से हैं उनका क्या नाम है और उनकी शुरुआत अमेरिका में कब हुई.