Stock Broker की रोजाना ज़िन्दगी कैसें होती है?

Teleprompter के जरिये यदि आप लाइव वीडियो बना रहे हैं और उस पर कोई गलती हो जाती है तो वो काफी बड़ी गलती होती है. ठीक इसी तरह की गलती प्रधानमंत्री मोदी के साथ भी हुई जब वे World Economic Forum Davos Agenda Summit को संबोधित कर रहे थे. TelePrompTer की एक छोटी सी गलती के कारण पीएम मोदी को ट्विटर पर ट्रोल किया Stock Broker की रोजाना ज़िन्दगी कैसें होती है? जा रहा है.
घर बैठे काम करके Google से पैसे कैसे कमाए ?
आज के दौर में पैसे की जरूरत किसको नहीं होती सबको ही पैसे की जरूरत है फिर चाहे वो कोई इंसान बेरोज़गार है, या कॉलेज पड़ने वाला विधार्थी या कोई गृहिणी/हाउसवाइफ बेरोज़गार को नौकरी चाहिए पैसा कमाने के लिए और विधार्थी को नौकरी चाहिए पॉकेट मनी के लिए। आज इस लेख में हम आपको गूगल/Google से पैसे कमाने के वो तरिके बतायंगे जिसकी मदद से आप अगर चाहे तो अपना एक अच्छा राजस्व उत्पन्न कर सकते हैं।
बस शर्त यह है की इसमें आपको मेहनत करनी है और धैर्य रखना पड़ेगा क्युकी कुछ भी एक दम से नहीं मिलता ज़िन्दगी में अगर कुछ करना है तो सबसे पहले उसके काबिल बनना पड़ता है और काबिल बनने के लिए मेहनत करनी पड़ती है।
जैसा की आप सभी जानते ही होंगे की भारत देश में कम से कम 54 करोड़ लगभग इंटरनेट यूजर है जो इंटरनेट का रोजाना इस्तेमाल करते है, आपने खुद ये बात आजमाई होगी की जब भी आप इंटरनेट का इस्तेमाल करते हो तो उसमे विज्ञापन आपको दिखाए जाते है, बस यही विज्ञापनों की मदद से वो लोग जिनकी सेवाएं आप इंटरनेट में इस्तेमाल करते हो वो कमाते है।
गूगल/Google से पैसे कैसे कमाए ?
गूगल/Google अपने आप में ही एक खुला स्रोत है पैसे कमाने का बस आपको ये बात का ध्यान रखना होगा की जो भी आप काम करे उसमे थोड़ा धैर्य रखे, क्युकी अगर आपको रातो रात अमीर बनना है तो ये लेख आपके लिए नहीं है।
गूगल/Google से पैसे कमाने के कई तरीके हैं। लेकिन इस लेख में हम उन 2 तरीको की बात करंगे जिससे अगर आप मेहनत करते है तो आजीवन पैसे कमा सकते है।
यूट्यूब(Youtube) -
यूट्यूब(Youtube) एक वीडियो सांझा करने वाली app है(Video sharing app) जिसकी मदद से आप किसी विषय में वीडियो बनाकर डाल सकते है और जिसको भी उस विषय में कुछ जानना है वो उस वीडियो को देखेगा।
यूट्यूब से पैसे कमाने के लिए क्या करना होगा ?
इसके लिए सबसे पहले आपके पास एक gmail id होनी चाहिए, उस gmail id से आप यूट्यूब में अकाउंट बनायंगे, अकाउंट बनाने के बाद आपको उसमे ही एक चैनल बनाना पड़ेगा, और सबसे जरूरी बात आपको अपना विषय पता होना चाहिए की आप किस विषय के ऊपर वीडियो बना सकते है, और ध्यान रहे आपके चैनल का नाम भी आपके विषय को दर्शाता हो। आपकी जिसमे भी दिलचस्पी है उसके बारे में आप वीडियो बना सकते है।
- Cooking and Recipes
- Gaming
- Product Reviews
- Health and Fitness Tips
- Traveling
- Gadgets and Technology
- Lifehack
- Personal Vlogging
- Restaurant and Food Reviews
- Humor
कैसे बनें एक सफल प्रॉपर्टी डीलर? 5 Stock Broker की रोजाना ज़िन्दगी कैसें होती है? Tips
Real Estate Business दुनिया के सबसे बड़ा बिजनेसों में गिना जाता है. शायद आपको जानकार आश्चर्य हो की अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भी इस बिजनेस के माहिर खिलाड़ी हैं.
दोस्तों, रियल एस्टेट बिजनेस यानि अचल संपत्ति या ज़मीन, मकान, दुकान इत्यादि खरीदने-बेचने Stock Broker की रोजाना ज़िन्दगी कैसें होती है? या किराए पर देने का व्यापार भारत में तेजी से बढ़ रहा है. और इसी वजह से आज की तारीख में इस व्यापार में अनगिनत अवसर उपलब्ध हैं. उन्ही अवसरों में से एक बेहद अहम और फायदेमंद opportunity है Real Estate Consultant या property dealer बनने की.
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एक सफल रियल एस्टेट प्रॉपर्टी डीलर बनने के 5 टिप्स
यह कारोबार शुरू करने के लिए ज्यादा तकनीकी शिक्षा की जरुरत नहीं है. कुछ निजी संस्था ऐसे कोर्स कराती हैं लेकिन यह कारोबार आप अनुभव से ज्यादा अच्छी तरह सीख सकते है. लगभग 6 महीने से 1 साल का अनुभव इस कारोबार को शुरू Stock Broker की रोजाना ज़िन्दगी कैसें होती है? करने के लिए सही है.
- प्रॉपर्टी किस माध्यम से आप ढूंढ सकते हैं
- ग्राहक कैसे आपको मिल सकते हैं
- क़ानूनी दस्तावेज कौनसे जरुरी है
- प्रैक्टिकल वर्क कैसे करें
- फ्लैट, जमीन इत्यादि से सम्बंधित mathematical calculation
As a property dealer आपको मकान मालिक या land owner के साथ साथ अपने ग्राहकों से भी रोजाना डील करना होगा. ऐसे में आपकी communication skills अच्छी होनी चाहियें. आपको न सिर्फ concerned parties से politely बात करना आना चाहिए बल्कि आपको अपनी हर एक activity में trust factor को सबसे अधिक महत्त्व देना चाहिए.
कैसे काम करता है टेलीप्रॉम्प्टर (How Teleprompter works?)
Teleprompter के काम करने का तरीका आसान होता है.
इसे कैमरे के साथ अटेच करके कैमरे के आगे लगाया जाता है. इसमें नीचे की तरफ एक मोनिटर होता है और ऊपर की तरफ एक रिफलेक्टिव ग्लास लगा होता है. मोनिटर पर जो शब्द चल रहे होते हैं वो उस ग्लास पर रिफलेक्ट होकर दिखाई देते हैं.
ये ग्लास कैमरे के सामने ही लगाया जाता है ताकि बोलने वाला कैमरे के सामने रहकर उसे ऐसे पढ़ सके जैसे वो बिना देखे कोई स्क्रिप्ट बोल रहा है. टेलीप्रॉम्प्टर में इस्तेमाल किया जाने वाला ग्लास इस तरीके से लगाया जाता है कि उस पर दिख रही चीजों का Reflection कैमरे पर नहीं होता है.
Teleprompter का उपयोग (Use of Teleprompter)
Teleprompter का मुख्य तौर पर उपयोग कैमरे के सामने किसी भी स्क्रिप्ट को बेझिझक बोलने के लिए होता है.
– इसे न्यूज़ एंकर द्वारा न्यूज़ बोलने के लिए उपयोग किया जाता है.
– नेता इसे अपनी स्पीच को बोलने के लिए करते हैं.
– यूट्यूबर अपनी स्क्रिप्ट को कैमरे के सामने बोलने के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं.
– सिंगर अपने गाने के लिरिक्स पढ़ने के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं.
– फिल्मों में एक्टर-एक्ट्रेस इसे लंबे डायलॉग बोलने के लिए इस्तेमाल करते हैं.
Teleprompter की कीमत (Teleprompter Price in India)
Teleprompter की कीमत डिवाइस पर निर्भर करती है. आप कितना बड़ा और किस डिवाइस के साथ लगने वाला टेलीप्रॉम्प्टर खरीदना चाहते हैं आपको उस हिसाब से इसकी कीमत चुकानी होगी. यदि आप मोबाइल से टेलीप्रॉम्प्टर का उपयोग करना चाहते हैं तो उसकी कीमात 5 से 8 हजार रुपये के बीच होती है. वहीं डीएसएलआर कैमरे के लिए उपयोग किए जाने वाले टेलीप्रॉम्प्टर की कीमत 10 हजार से ज्यादा होती है.
आप यूट्यूब पर वीडियो बनाते है और उनमें अपना चेहरा नहीं दिखाते हैं तो आप अपनी स्क्रिप्ट को बोलने के लिए ऑनलाइन फ्री टेलीप्रॉम्प्टर का उपयोग भी कर सकते हैं. ऑनलाइन कई सारे टेलीप्रॉम्प्टर हैं जिनका इस्तेमाल आप अपनी स्क्रिप्ट को बोलने के लिए कर सकते हैं.
इन टेलीप्रॉम्प्टर पर आप शब्दों की गति को मैनेज कर सकते हैं, उनके साइज को सेट कर सकते हैं, आप किसी भी भाषा में लिखे गए शब्दों को यहां पढ़ सकते हैं. बस इसके लिए आपके पास कंप्यूटर पर लिखी गई स्क्रिप्ट होना जरूरी है. चलिये जानते हैं ऑनलाइन कौन से फ्री प्लेटफॉर्म हैं जहां आप टेलीप्रॉम्प्टर का उपयोग कर सकते हैं.
सापूरजी के लोगों ने कहा, ‘ब्रोकर कब किसे फ्लैट किराये पर दे दे, पता ही नहीं चलता’
सुखोबृष्टि में फ्लैट की संख्या : लगभग 12,000, एरिया : 400 एकड़
लगभग 70% लोग रहते हैं किराये पर
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : सापूरजी के सुखोबृष्टि के ब्लॉक डी में रहने वाले शुभेंदु दास एमएनसी में काम करते हैं। बुधवार को वह वर्क फ्रॉम होम में ही व्यस्त थे कि अचानक उन्हें खबर मिली कि उनके यहां ब्लॉक बी में एनकाउंटर हुआ Stock Broker की रोजाना ज़िन्दगी कैसें होती है? है। इसी तरह आईटी कंपनी में काम करने वाले राहुल रॉय भी उस दौरान वर्क फ्रॉम होम कर रहे थे जब उन्हें एनकाउंटर की बात पता चली। गृहिणी रेखा मान्ना और देबस्मिता दास घर में ही थीं। गुरुवार को ये सभी लोग उस फ्लैट के पास आये थे जहां एनकाउंटर हुआ था। यहां रहने वाले लोगों के कई तरह के आरोप भी हैं। लोगों का कहना है कि आज बहुत बड़ी घटना हुई तो इसके बाद सब कुछ सामने आया। हालांकि इससे पहले कई तरह की घटनाएं हुईं हैं जिसे लेकर कई बार मेंटेनेंस कमेटी को शिकायत भी की गयी, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
ब्रोकरों पर लोगों ने मढ़े आरोप
ब्लॉक डी में रहने वाली देबस्मिता दास ने कहा, ‘यहां हालत कुछ ऐसी है कि मालिकों को यह पता भी नहीं होता कि उनके घर में किराये पर कौन रह रहा है। इसका कारण है ब्रोकर। यहां जो ब्रोकर हैं, वे किसी को भी किराये पर दे देते हैं। पुलिस द्वारा इसका सत्यापन भी नहीं किया जाता है। हमारी मांग है कि कम से कम किराये पर रहने वाले लोगों का वेरिफिकेशन हो।’ इसी तरह शुभेंदु दास ने कहा, ‘जब घटना हुई उस समय मैं वर्क फ्रॉम होम कर रहा था। खबर सुनने के बाद मैं यहां आया। यहां काफी चीजें होती रहती हैं जिसे लेकर कई बार हमने शिकायतें भी की हैं। किराये पर रहने वाले लोगों का पुलिस वेरिफिकेशन भी नहीं होता है। किराया 2 लोगों को दिया जाता है, लेकिन वहां रहते हैं 4 से 6 लोग।’ रेखा मान्ना ने कहा, ‘इस तरह की घटना के बाद काफी डर लग रहा है। यहां सुरक्षा के और भी पुख्ता इंतजाम होना चाहिये।’
वीकेंड में खूब होती है पार्टी, इसे लेकर हुआ था विवाद
सापूरजी में रहने वाले लोगों ने कहा कि यहां वीकेंड में तेज आवाज में काफी पार्टी चलती रहती है। अधिकतर कम उम्र के किरायेदार यहां रहते हैं जो कंपनियों में काम करते हैं। वीकेंड पर वे तेज आवाज में पार्टी करते हैं जिस कारण परिवार के साथ रहने वाले लोगों को काफी मुश्किल होती है। इसे लेकर एक बार काफी विवाद भी हुआ था। इस बारे में डी ब्लॉक में रहने वाले राहुल रॉय ने बताया कि गत 12 जनवरी को उन्होंने सुखोबृष्टि के मैनेजमेंट कमेटी को शिकायत की थी कि यहां कई तरह की चीजें अक्सर होती रहती हैं। पत्नी के साथ हुए हादसे का जिक्र करते हुए राहुल रॉय ने कहा, ‘31 दिसम्बर की रात हमारे फ्लैट के पास वाले फ्लैट में ही जोर आवाज में डीजे बजाकर पार्टी चल रही थी। मैं और मेरी पत्नी काफी असहज महसूस कर रहे थे। जब मेरी पत्नी ने इसका विरोध किया तो उस फ्लैट में रह रहे लोगों ने उसके साथ बदतमीजी की। मैं बीच -बचाव करने गया तो उन लोगों ने मुझे मारने की कोशिश की, लेकिन पत्नी बीच में आ गयी जिस कारण उसका सिर फट गया था। यहां मैनेजमेंट कमेटी इस तरह की घटनाओं पर कभी कोई ध्यान नहीं देती।’
मुख्य समाचार
सन्मार्ग संवाददाता कोलकाता : प्रदेश भाजपा में आपसी कलह आये दिन खुलकर सामने आ रही है। मंगलवार काे एक बार फिर विधानसभा में भाजपा नेताओं की आगे पढ़ें »
गाय का गोबर बिकेगा 5 रुपए किलो
गोबर से कागज बनाने के साथ वेजिटेबल डाई बनाने का भी काम किया जा सकता है। गोबर में से कागज बनाने लायक सिर्फ 7 फीसदी मैटेरियल निकलते हैं। बाकी के 93 फीसदी का इस्तेमाल वेजिटेबल डाई बनाने में यूज किया जा सकता है। ये वेजिटेबल डाई पर्यावरण के अनुकूल होते हैं। इसका निर्यात भी किया जा सकता है। इस स्कीम से किसानों की आय बढ़ाई जा सकती है। कागज और विजिटेबल डाई बनाने के लिए सरकार 5 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से किसानों से गोबर खरीदना होगा। एक जानवर एक दिन में 8-10 किलोग्राम गोबर मिल सकता है। ऐसे में, किसानों को अपनी मवेशियों से रोजाना कम से कम 50 रुपए तक की अतिरिक्त कमाई हो सकती है।
देश में हर साल 5 हजार करोड़ रुपए का गोबर
सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग की एक रिपोर्ट के अनुसार देशभर में पशुओं से हर साल 100 मिलियन टन गोबर मिलता है जिसकी कीमत 5,000 करोड़ रुपए है। इस गोबर का ज्यादातर प्रयोग बायोगैस बनाने के अलावा कंडे और अन्य कार्यों में किया जाता है।
केंद्रीय मंत्री ने किया था लॉंच
12 सितंबर 2018 को तत्कालीन केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्री गिरिराज सिंह ने कुमारप्पा नेशनल हेंडमेड पेपर इंस्टीट्यूट में गोबर से बने पेपर कैरी बैग को लॉन्च किया था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि गाय के गोबर से बने उत्पाद गुणवत्ता में बेहतर हैं और किफायती भी हैं। इन्हें देशभर में पसंद किया जा रहा हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच का ही परिणाम हैं कि किसान गाय के गोबर से भी पैसा कमा सकेगा।
गाय पालन करने वालों को ऐसे होगा मुनाफा
इस प्लांट के जरिए गाय पालन करने वालों को भी मुनाफा होगा, जो गोबर वेस्ट हो जाता था अब गाय पालक उससे भी पैसे कमा सकते हैं। प्रति किलो गाय के गोबर की Stock Broker की रोजाना ज़िन्दगी कैसें होती है? कीमत 5 रुपये बताई जा रही है और गाय प्रति दिन 10 किलो तक गोबर करती है। ऐसे में एक गाय से 50 रुपए की अतिरिक्त कमाई। जिस घर में जितना गौवंश है उस घर में उतनी ही ज्यादा कमाई होगी। इसका मतलब गोबर से गोपालक प्रतिदिन अतिरिक्त कमाई कर सकेंगे। एक माह में प्लांट से करीब 1 लाख कागज के बैग बनाए जा सकते हैं। इस प्लांट को लगाए जाने में भारत सरकार की तरफ से लोन मुहैया करवाया जा रहा है। इसके अलावा गोबर से Stock Broker की रोजाना ज़िन्दगी कैसें होती है? कागज बनाने की तकनीक के प्रचलित होने से पर्यावरण की भी सुरक्षा होगी। क्योंकि फिलहाल कागज बनाने के लिए पेड़ पौधे तथा वनस्पतियों का प्रयोग किया जाता है। लेकिन जब बड़े पैमाने पर गोबर से कागज बनाया जाएगा तो इससे पेड़ पौधों की सुरक्षा बढ़ेगी।