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टेक्नोलॉजी ने बाजार को कैसे प्रभावित किया है

टेक्नोलॉजी ने बाजार को कैसे प्रभावित किया है
नहीं बिक रहे गिफ्ट आइटम

Real Estate: टेक्नोलॉजी से बदल रही है रियल एस्टेट की सूरत, जानें कैसे

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Real Estate: टेक्नोलॉजी से बदल रही है रियल एस्टेट की सूरत, जानें कैसे

हाउसिंगडॉटकॉम के ग्रुप सीओओ मणि रंगराजन का कहना है कि रियल एस्टेट इंडस्ट्री (Real Estate Industry) ने टेक्नोलॉजी को आत्मसात कर लिया है। जिसे इसे अधिक लचीला, मजबूत बना दिया है और इसे एक नई और जीवंत गतिशीलता प्रदान की है। रियल एस्टेट इंडस्ट्री अपनी दक्षता और गुणवत्ता के पहलुओं में सुधार टेक्नोलॉजी ने बाजार को कैसे प्रभावित किया है के लिए अपने दैनिक कार्यों में टेक्नोलॉजी का उपयोग कर रहा है। कुछ क्षेत्र जहां तकनीक को तेजी से अपनाया गया है इसमें बिल्डिंग ऑटोमेशन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस डिलीवरी टाइमलेस, बेहतर मार्केट एक्सेस, मार्केटिंग, मार्केटिंग और साइट विज़िट के लिए ऑगमेंटेड रियलिटी (एआर) और वर्चुअल रियलिटी (VR) का उपयोग करना इत्यादि शामिल हैं। कंपनियां अब प्रोजेक्ट पूरा करने के विभिन्न चरणों में और क्लाइंट सर्विसिंग में भी बिग डेटा और ब्लॉकचैन को अपना रही हैं। आइए देखते हैं इस क्षेत्र में नया कया हो रहा है।

प्रॉपटेक इंडस्ट्री में 2.4 अरब डॉलर का निवेश

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प्रॉपटेक: दी फ्यूचर ऑफ़ रियल एस्टेट इन इंडिया नामक नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, यह दर्शाता है कि भारत में प्रॉपटेक सेगमेंट में निवेश में भी पिछले कुछ वर्षों में वृद्धि देखी गई है, अब तक, आज की तारीख तक 225 डील के साथ भारत के प्रॉपटेक इंडस्ट्री में 2.4 अरब डॉलर का निवेश किया गया टेक्नोलॉजी ने बाजार को कैसे प्रभावित किया है है। रिपोर्ट इस सेगमेंट में तेजी से बढ़ते मध्यम वर्ग, तेजी से शहरीकरण, टेक्नोलॉजी को अपनाने, 500 मिलियन से अधिक उपयोगकर्ताओं के साथ बढ़ते इंटरनेट यूजर बेस, एक युवा जनसांख्यिकीय आधार और धीरे-धीरे समेकित रियल एस्टेट कैनवास को इस क्षेत्र में वृद्धि का श्रेय देती है।

परिदृश्य को प्रभावित करने वाले स्टार्टअप

इंडस्ट्री में कई स्टार्ट-अप हैं जो न केवल टेक्नोलॉजी के उपयोग से यथास्थिति को बाधित कर रहे हैं, वे कंस्ट्रक्शन और बिक्री और मार्केटिंग कार्यों में दुनिया भर की अच्छे से अच्छे तरीकों की शुरुआत भी कर रहे हैं। प्रॉपर्टी की लिस्टिंग जैसी कई गतिविधियां हैं जो इंडस्ट्री द्वारा नए तरीके से की जा रही हैं जिससे डेवलपर्स के साथ-साथ प्रॉपर्टी खरीदारों को भी फायदा हो रहा है। टेक्नोलॉजी के उपयोग के साथ ये स्टार्टअप बहुत सारे नवाचार और मूल्य ला रहे हैं। रियल एस्टेट में इन्वेस्टमेंट फ्लो 10% की सीएजीआर से बढ़ रहा है, जिसमें से प्रॉपटेक 2010 से ब्लू-चिप सेगमेंट रहा है, जो 57% की मजबूत सीएजीआर से बढ़ रहा है। इसे आधुनिक रियल एस्टेट कारोबार में टेक्नोलॉजी की उपयोगिता के प्रदर्शन के रूप में देखा जा सकता है। देश के मध्यम वर्ग में तेजी से विकास, तेजी से शहरीकरण और लगभग 500 मिलियन के इंटरनेट यूजर बेस में वृद्धि के रूप में टेक्नोलॉजी की भूमिका बढ़ जाएगी।

लाइफस्टाइल: कपड़ा धुलाई को सुगम बनाएगी डोमेस्टिक लॉन्ड्री मशीन

लाइफस्टाइल: कपड़ा धुलाई को सुगम बनाएगी डोमेस्टिक लॉन्ड्री मशीन

टेक्नोलॉजी ने लाइफस्टाइल को हर तरह से प्रभावित किया है और काम को आसान टेक्नोलॉजी ने बाजार को कैसे प्रभावित किया है बनाया है। कपड़े धोने के लिए वॉ¨शग मशीन में हर साल कोई न कोई नया इनोवेशन होता है। अब ऐसी डोमेस्टिक लॉन्ड्री मशीन बनाई गई है, जिसमें एक ही कमांड से कपड़ों को धोने से लेकर समेटने तक का झंझट खत्म हो जाएगा। यही नहीं मशीन कपड़ों पर स्टीम आयरन भी करेगी।

मशीन को लेकर युवाओं में उत्सुकता

पैनासोनिक समेत कुछ अन्य कंपनियां इस मशीन को और अधिक डेवलप करने का काम कर रही हैं। यह मशीन उन लोगों के लिए वरदान साबित होगी जो अकेले रहते हैं या फिर वर्किंग कपल हैं। आजकल के भागदौड़ भरे जीवन में इस तरह की मशीनों की तलाश हर किसी को रहती है। नोएडा के टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट नितिन पांडे के मुताबिक एनसीआर में लोग होम ऑटोमेशन के नए प्रयोगों के बारे में अपडेट रहना चाहते हैं और नई टेक्नोलॉजी को पाना चाहते हैं। ऐसे में अब इस मशीन के लिए भी प्री बु¨कग टेक्नोलॉजी ने बाजार को कैसे प्रभावित किया है शुरू हो गई है, जिसमें एनसीआर के लोगों की उत्सुकता सबसे अधिक देखने को मिल रही है। इस मशीन के 2017 मॉडल की कीमत 62 से 65 हजार है, लेकिन जल्द ही बाजार में आने वाले नए मॉडल की कीमत 1.27 लाख होगी।

Interview: भारत को आर्थिक विकास के नए दौर में ले जाएगा डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन- आलोक अग्रवाल

Interview: भारत को आर्थिक विकास के नए दौर में ले जाएगा डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन- आलोक अग्रवाल

आलोक अग्रवाल, ईडी, कॉरपोरेट, ICICI लोम्बार्ड जनरल इंश्यारेंस

साल 2021 की शुरुआत हो चुकी है. यह साल काफी उम्मीदों भरा है. कोविड-19 वैक्सीन ग्लोबल अर्थव्यवस्था को दोबारा पटरी पर लाने में मददगार साबित होगी और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन भारत को आर्थिक विकास के नए दौर में ले जाएगा. ICICI लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, कॉरपोरेट, आलोक अग्रवाल ने फाइनेंशियल एक्सप्रेस हिंदी (ऑनलाइन) से एक ईमेल साक्षात्कार में यह बातें कहीं. अग्रवाल का कहना है कि कोविड-19 ने कंपनियों को टेक्नोलॉजी के एक अहम मोड़ पर ला खड़ा किया है. इसने बिजनेस को हमेशा के लिए बदल दिया है. इसने टेक्नोलॉजी को अपनाने की गति कई साल आगे कर दी है. पेश है इस बातचीत के प्रमुख अंश:

सवाल: दुनिया भर की नजरें कोरोना वैक्सीन और आर्थिक रिकवरी की रफ्तार पर टिकी है. ऐसे में भारतीय अर्थव्यवस्था और उद्योग के बारे में आपका क्या आकलन है?

कोविड-19 शायद इतिहास की सबसे विध्वंसकारी घटना है. जीवन का कोई पहलू इससे अछूता नहीं रहा है. इस वैश्विक महामारी ने ग्लोबल इकोनॉमी की रफ्तार पूरी तरह रोक दी है. इसके साथ यह घटना यह भी बता रही है कि इस तरह की घटनाएं और इनका असर भविष्य में और बढ़ेगा. इंश्योरेंस सेक्टर ने तो ऐसे भयंकर संकट की कल्पना भी नहीं की थी. कोविड-19 ने अब तक की प्राकृतिक आपदाओं और 2008 के वित्तीय संकट की भयावहता को भी पीछे छोड़ दिया. कोरोनावायरस ने हमें कैसे प्रभावित किया है, उसके बारे में हमने कई टेक्नोलॉजी ने बाजार को कैसे प्रभावित किया है इंडस्ट्री लीडर्स के नजरिये को जाना है. मेरे नजरिये में इस वैश्विक महामारी ने बड़े आर्थिक और सामाजिक असर छोड़ा है.

सप्लाई चेन की डी-रिस्किंग: दरसअसल, चीन पर लॉजिस्टिक के मामले में निर्भरता काफी बढ़ गई थी. इसके साथ ही अलग-अलग देशों की ओर से जिस तरह से लॉकडाउन लगाया गया है उसने भी सप्लाई चेन को लेकर भारी जोखिम पैदा किया. अब इन जोखिमों टेक्नोलॉजी ने बाजार को कैसे प्रभावित किया है को कम करने की दिशा में दुनिया कदम बढ़ा रही है.

सवाल: इस चुनौतीपूर्ण समय में टेक्नोलॉजी ने बाजार को कैसे प्रभावित किया है टेक्नोलॉजी ने आम आदमी की मदद कैसे की है. नौकरियों से लेकर ट्रांजेक्शन तक में आप इस बदलाव को कैसे देखते हैं?

कोविड-19 ने कंपनियों को टेक्नोलॉजी के एक अहम मोड़ पर ला खड़ा किया है. इसने बिजनेस को हमेशा के लिए बदल दिया है. इसने टेक्नोलॉजी को अपनाने की गति कई साल आगे कर दी है. कोविड-19 ने न केवल संस्थानों के कंज्यूमर से जुड़ी सेवाओं में बड़े बदलाव किए हैं बल्कि उनके कोर इंटरनल ऑपरेशन (जैसेकि बैक ऑफिस, प्रोडक्शन और आरएंडी प्रक्रिया) पर भी असर डाला है. इसने सप्लाई चेन में एकदूसरे से जुड़ी गतिविधियों पर भी असर हुआ है. संकट के इस दौर में हुए कई बदलाव लंबे समय तक बरकरार रहेंगे. जैसेकि, रिमोट वर्किंग में हुआ इजाफा, डेटा सिक्योरिटी पर बढ़ा हुआ खर्चा, एसेट्स का क्लाउड की ओर जाना, ग्राहकों की ओर से ऑनलाइन प्रोडक्ट और सर्विस की बढ़ी मांग, फैसले लेने और बेहतर टेक्नोलॉजी ने बाजार को कैसे प्रभावित किया है टेक्नोलॉजी ने बाजार को कैसे प्रभावित किया है तरीके से ऑपरेशन चलाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल्स और मशीन लैंग्वेज का इस्तेमाल आदि.

सवाल: पिछले कुछ साल से इंडस्ट्री में कॉरपोरेट वेलनेस प्रोग्राम पर काफी चर्चा हो रही है. अब पूरी दुनिया नई चुनौतियों से जूझ रही है, लेकिन नई संभावनाएं भी हैं. आप क्या समझते हैं कि इस प्रोग्राम को नए सिरे से शुरू किया जाए या फिर इसे ज्यादा इम्प्लॉयर ओरिएंटेड बनाया जाए?

कोविड-19 ने रिमोट वर्किंग को मान्यता दिला दी है. बड़ी तादाद में लोग घर से काम कर रहे हैं. दफ्तरों से दूर किसी लोकेशन से काम कर रहे हैं. हमारी जिंदगी का यह नया तरीका बन गया है. इस बदलाव की वजह से लोग काम और पर्सनल लाइफ में अंतर नहीं कर पाते. बड़ी तादाद में बर्नआउट के मामले आ रहे हैं. मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं भी काफी बढ़ी हैं. मेरा मानना है कि प्रोग्रेसिव कंपनियां अपने कर्मचारियों को इस बदलाव में मदद करने के लिए आगे आएंगी. उनके लिए समग्र वेलनेस सॉल्यूशन मुहैया कराएंगी. कंपनियां ऐसे टेक्नोलॉजी ने बाजार को कैसे प्रभावित किया है माहौल में पहले से ही इंटिग्रेटेड सर्विस प्रोवाइडर्स तलाश रही हैं. जो टेक्नोलॉजी आधारित सॉल्यूशन का प्रबंधन कर सकें.

दिवाली बाजार पर भी पड़ रही है मंदी की मार, बाजार में पसरा सन्नाटा

प्रतीकात्मक तस्वीर

  • चंडीगढ़,
  • 10 अक्टूबर 2019,
  • (अपडेटेड 10 अक्टूबर 2019, 10:31 PM IST)
  • कमजोर लिक्विडिटी के चलते बाजार सूने
  • बिक्री में कम से कम 30 फीसदी की कमी

उत्तर भारत के बाजारों से दिवाली के उत्सव और रंग गायब हैं. जो बाजार दिवाली नजदीक आते ही गुलजार हो जाते थे, वे सुनसान दिख रहे हैं. व्यवसायियों का मानना है कि कमजोर लिक्विडिटी (कमजोर तरलता/नकदी की कमी) के चलते बाजार सूने पड़े हैं. हरियाणा व्यापार मंडल के एक अनुमान के मुताबिक, व्यवसायियों टेक्नोलॉजी ने बाजार को कैसे प्रभावित किया है का मानना है कि पिछले साल की तुलना में इस साल बिक्री में कम से कम 30 फीसदी की कमी रहेगी.

डिजिटल पर लगाम कैसे? सोशल मीडिया ही नहीं इन बड़ी टेक कंपनियों के पास भी है आपकी अहम जानकारियां

डिजिटल पर लगाम कैसे? सोशल मीडिया ही नहीं इन बड़ी टेक कंपनियों के पास भी है आपकी अहम जानकारियां

Updated on: Jan 11, 2021 | 5:40 PM

आजकल सोशल मीडिया पर ऐसी कई घटनाएं हो रही हैं जो एक बड़े पैमाने पर लोगों को प्रभावित कर रही हैं और कुछ इसका समर्थन कर रहे हैं तो कुछ लगातार इसका विरोध कर रहे टेक्नोलॉजी ने बाजार को कैसे प्रभावित किया है हैं. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के फेसबुक और ट्विटर अकाउंट का डिलीट होना और COVID-19 वैक्सीन पर षड्यंत्र का आरोप लगाते हुए ट्विटर द्वारा ईरान के सुप्रीम लीडर का ट्विट डिलीट करने वाली घटनाएं ऐसी ही हैं.

लेकिन अब इन घटनाओं ने बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनियों के अधिकारों को लेकर बहस को जन्म दे दिया है. उदाहरण के लिए, डोनाल्ड ट्रम्प के अकाउंट के सस्पेंड होने के बाद कई लोग बड़ी टेक कंपनियों पर एक निश्चित विचारधारा को सपोर्ट करने और उस विचारधारा का विरोध करने वालों के खिलाफ बुरा व्यवहार करने का आरोप लगा रहे हैं. लेकिन अगर अभी की बात करें तो असल चिंता सोशल मीडिया से कहीं बड़ी है. हमें यह सोचने की जरूरत है कि क्या सोशल मीडिया पर बड़ी तकनीक का प्रभाव हमारे लिए चिंता का विषय है या फिर भारत को इन बड़ी टेक कंपनियों को अलग तरीके से देखने की जरूरत है.

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