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टैक्स रिक्लेम क्या हैं

टैक्स रिक्लेम क्या हैं
पीपीएफ अकाउंट के फायदे.

टैक्स रिक्लेम क्या हैं

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Toll Free Number -1800-110-069 of Atal Pension Yojana Submission of FATCA Self Declaration

1. एनपीएस के अंतर्गत कौन-कौन से कर लाभ हैं?

व्यसक्तिगत अभिदाता को कर लाभ :
ऐसा कोई भी व्य क्ति जो एनपीएस अभिदाता है आयकर अधिनियम की धारा 80 CCE के तहत 1.5 लाख रू. की अधिकतम सीमा के भीतर अनुच्छे द 80 CCD (1) के अंतर्गत कुल आय के 10 प्रतिशत पर कर कटौती का दावा कर सकता है।

आयकर अधिनियम 80 CCD (1B) के तहत सभी एनपीएस अभिदाताओं के लिए विशेष कर लाभ
एनपीएस (टीयर ।) में रू. 50,000 तक निवेश करने पर एनपीएस अभिताओं के लिए आयकर अधिनियम की धारा 80 CCD(1B) के तहत अरिरिक्त, कटौती का लाभ का उपलब्धए है। यह आयकर अधिनियम की धारा,1861 के अंतर्गत उपलब्धC 1.5 लाख रूपए की कटौती के अतिरिक्त है।

कॉरपोरेट सेक्टबर के अंतर्गत कर लाभ

  1. कॉरपोरेट अभिदाता:
    कॉरपोरेट सेक्ट र के अभिदाताओं के लिए आयकर अधिनियम की धारा 80 CCD (2) के अंतर्गत अतिरिक्त‍ कर लाभ उपलब्धल हैं। वेतन (मूल+महंगाई भत्ता2) के 10% तक नियोक्ताअ का एनपीएस अंशदान (कर्मचारी के भले के लिए), कर योग्यत आय में से बिना किसी मौद्रिक सीमा के कर कटौती के योग्य( है।
  2. कॉरपारेट
    नियोक्ताक द्वारा एनपीएस में वेतन (मूल+महंगाई भत्ता्) के 10% तक टैक्स रिक्लेम क्या हैं किए गए अंशदान को उनके प्रॉफिट एंड लॉस अकाउंट में से ‘व्या+पार खर्च’ के रूप में कटौती की जा सकती है।
  3. कर लाभ प्राप्तc करने के लिए निवेश किस प्रकार करें :यदि आप एक मौजूदा अभिदाता हैं तो आप टीयर । खाते में अतिरिक्तक अंशदान करने के लिए किसी भी पीओपी से सम्पार्क कर सकते हैं अथवा ई-एनपीएस वेबसाइट (https://enps.nsdl.com) पर जाकर अंशदान कर सकते हैं।

कृपया ध्यान रखें : कर लाभ केवल टीयर । खाते में निवेश करने पर लागू हैं।

2. एनपीएस के अंतर्गत कर लाभ प्राप्त करने हेतु निवेश साक्ष्ये के रूप क्याू प्रस्तुतत करना होगा?

अभिदाता निवेश साक्ष्या के रूप में ट्रांजेक्शरन स्टेयटमेंट प्रस्तुीत कर सकते हैं। वैकल्पिक रूप से,’ऑल सिटिजन ऑफ इंडिया’ के अभिदाता एनपीएस खाते में लॉग-इन करके अपेक्षित वित्ती य वर्ष के लिए टीयर । खाते में किए गए स्वैछिक अंशदान की प्रति को भी डाउनलोड कर टैक्स रिक्लेम क्या हैं सकते हैं। इसे एनपीएस खाते में लॉग इन करके ‘View’ मेन मेन्यूि के अंतर्गत दिए गए ‘ स्टेउटमेंट ऑफ वोल्यंपटरी कंट्रीब्यूकशन अंडर नेशनल पेंशन सिस्टिम (एनपीएस)’ उप मेन्यू से भी डाउनलोड किया जा सकता है।

3. आयकर अधिनियम 80 CCD के टैक्स रिक्लेम क्या हैं अतिरिक्तो एनपीएस के अंतर्गत कौन-कौन से कर लाभ उपलब्धर हैं?

80 CCD के तहत उपलब्ध कर लाभों के अतिरिक्तए, एनपीएस के अंतर्गत निम्मालिखित अन्यै कर लाभ उपलब्धज हैं :

  1. आंशिक आहरण पर कर लाभ:
    अभिदाता निर्दिष्ट प्रयोजनों के लिए 60 वर्ष की आयु से पहले एनपीएस टीयर I खाते से आंशिक आहरण कर सकता है। बजट 2017 के अनुसार, अभिदाता अंशदान में से 25 प्रतिशत तक आहरण राशि कर मुक्त है।
  2. वार्षिकी की खरीद पर कर लाभ:
    वार्षिकी की खरीद पर निवेश की गई राशि, पूरी तरह कर मुक्त है। हालांकि, आगामी वर्षों में आपको प्राप्त होने वाली वार्षिकी आय आयकर के अधीन होगी।
  3. एकमुश्त राशि के आहरण पर कर लाभ:
    अभिदाता द्वारा 60 वर्ष की आयु प्राप्त करने पर , एकमुश्त रूप से आहरित की गई 40 प्रतिशत तक की राशि पर कोई कर नहीं लगाया जाएगा।

उदाहरण : यदि 60 वर्ष की आयु पर कुल राशि 10 लाख रू है तो अर्थात कुल राशि का 40% अर्थात 4 लाख का आहरण आप बिना कोई कर दिए कर सकते हैं। यदि आप एनपीएस निधि के 40% भाग का उपयोग एकमुश्त् रूप में करते हैं और शेष 60% का उपयोग सेवानिवृत्ति टैक्स रिक्लेम क्या हैं के समय वार्षिकी की खरीद के लिए करते हैं तो आपको उस समय किसी कर का भुगतान नहीं करना पड़ता। परन्तु आगामी वर्षों में प्राप्ती होने वाली वार्षिकी आय आयकर के अध्यकधीन होगी।

Health Insurance Policy : हेल्थ इंश्योरेंस लेते समय इन 5 बातों टैक्स रिक्लेम क्या हैं को न करें नजरअंदाज, वरना हो सकता है नुकसान

Health Insurance Policy : किसी भी बीमारी के लिए हॉस्पिटल में भर्ती होने पर लोगों को सेहत के साथ ही आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ता है। सेहत खराब हो तो लोगों को कई सारी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ता है। ऐसे में हेल्थ इंश्योरेंस लोगों के काफी काम आ सकता है। हेल्थ इंश्योरेंस आपके मेडिकल खर्चों का ध्यान रखता है और यह सुनिश्चित करता है कि आपकी जेब से होने वाले खर्चों को बीमा राशि से कवर किया जा सके।

क्या है हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी

Health Insurance Policy : एक हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी यह सुनिश्चित करती है कि आप एक नेटवर्क अस्पताल में कैशलेस उपचार का लाभ उठा सकते हैं। आमतौर पर अधिकांश स्वास्थ्य बीमा योजनाओं में अस्पताल में भर्ती होने से पहले और बाद में 30 दिन और 60 दिन शामिल होते हैं। व्यक्तिगत दुर्घटना कवर, क्रिटिकल इलनेस कवर आदि हेल्थ इंश्योरेंस में मिल सकते हैं। हेल्थ इंश्योरेंस कई फायदों के साथ आता है। इससे मेडिकल खर्चों को कम करने में मदद मिलती है, साथ ही हेल्थ इंश्योरेंस के जरिए टैक्स में भी छूट हासिल की जा सकती है। टैक्स में छूट हासिल कर टैक्स बचाया जा सकता है।

हेल्थ इंश्योरेंस लेने से पहले इन बातों ध्यान रखें

Health Insurance Policy : हेल्थ इंश्योरेंस लेते वक्त इन पांच बातों का काफी ध्यान रखना चाहिए और उसके बाद ही कोई हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी का चुनाव करना चाहिए। इन पांच बातों को ध्यान में रखकर आप अपने अनुसार बेहतर पॉलिसी का चुनाव कर पाएंगे और इमरजेंसी के वक्त भी आसानी से मेडिकल खर्चे क्लेम कर पाएंगे।

PAN कार्ड यूजर्स गलती से भी न करें ये भूल, भरना पड़ सकता है 10 हजार रुपए का जुर्माना

Pan Card Rules: आज के दौर में पैन कार्ड एक बहुत ही जरूरी डॉक्यूमेंट है, जिसका इस्तेमाल कई जगहों पर किया जाता है। इतना ही नहीं पैन कार्ड को आधार कार्ड से लिंक करवाना भी अनिवार्य है, ताकि बैंक और वित्तीय सम्बंधी लेनदेन करने में ग्राहकों को आसानी हो सके।

ऐसे में अगर किसी व्यक्ति के पास 1 से ज्यादा पैन कार्ड होते हैं, तो वह अपराध की कैटेगरी में आ सकता है। एक से अधिक पैन कार्ड रखने पर व्यक्ति के ऊपर भारी जुर्माना लगाया जा सकता है, जबकि उसका बैंक अकाउंट भी फ्रीज हो सकता है। इसलिए पैन कार्ड से जुड़ी छोटी-सी गलती भी आम नागरिक को बहुत भारी पड़ सकती है।

2 पैन कार्ड रखना है गैर कानूनी

इनकम टैक्स टैक्स रिक्लेम क्या हैं एक्ट 1961 के सेक्शन 272B के तहत अगर किसी व्यक्ति के पास 2 पैन कार्ड होते हैं, तो उस स्थिति में उस व्यक्ति को तुरंत अपना दूसरा पैन कार्ड आयकर विभाग के पास सरेंडर करना होगा। अगर व्यक्ति ऐसा नहीं करता टैक्स रिक्लेम क्या हैं है, तो आयकर विभाग उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही कर सकता है।

ऐसे में अगर आपके पास 2 पैन कार्ड हैं, तो उसमें से एक कार्ड को सरेंडर करने के लिए आपको छोटी-सी प्रक्रिया को फ्लो करना होगा। इसके लिए इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की आधिकारिक वेबसाइट पर चेंज ऑर कलेक्शन इन पैन डेटा का ऑप्शन मौजद होता है, जिस पर क्लिक करने से एक कॉमन फॉर्म ओपन हो जाता है।

इस फॉर्म को डाउनलोड करने के बाद उसमें मांग गई जानकारी को भरना होता है, जिसे NSDL के ऑफिस में जाकर जमा करना होता है। इस फॉर्म के साथ ही दूसरे पैन कार्ड को भी ऑफिस में सरेंडर किया जात है, जिसके बाद आपके ऊपर कोई कार्यवाही नहीं की जाएगी। लेकिन पैन कार्ड सरेंडर न करने की स्थिति में व्यक्ति के ऊपर 10 हजार रुपए तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।

पीपीएफ अकाउंट के फायदे|Advantages Of PPF Account.

नमस्कार दोस्तो,आपका स्वागत है.आज के आर्टिकल में हम बात करेंगे पीपीएफ अकाउंट के फायदे के बारे में.और जानेंगे ऐसे क्या खास तरह के बेनिफिट इस अकाउंट में लोगो को मिलते है,जिस से लोग इस पीपीएफ अकाउंट को ओपन करने के लिए इतने बैचेन रहते है.तो चलिए आर्टिकल शुरू करते है और जानते है Advantages Of PPF Account के बारे में.

आर्टिकल शुरू करने से पहिले में आप से रिक्वेस्ट करता हु,अगर आपको पीपीएफ अकाउंट क्या है ? ये अभी तक पता नहीं है.तो आप सबसे पहिले हमारा वो आर्टिकल पढ़ लीजिए उसके बाद ही आपको पीपीएफ अकाउंट के फायदे अच्छे से समझ आ जायेंगे.

Table of Contents

पीपीएफ अकाउंट के फायदे (Advantages Of PPF Account)

पीपीएफ अकाउंट के फायदे

पीपीएफ अकाउंट के फायदे.

चलिए दोस्तो पीपीएफ अकाउंट के फायदे को एक एक करके डिटेल में समझ है.

रिटायरमेंट के बाद पेंशन

दोस्तों अगर कोई Employee 10 साल तक लगातार पीएफ अकाउंट में पैसा जमा करता रहता है,तो उसे Employee Pension Scheme के चलते पेंशन मिलना शुरू होता है.

अब यह पेंशन कितनी मिलेगी तो आपको बता देना चाहता हूं,Employee को उसके रिटायरमेंट के बाद कम से कम एक हजार रुपए की पेंशन मिलती है.

2. बंद पीएफ अकाउंट पर भी मिलेगा ब्याज.

अगर आपके पीएफ अकाउंट में 3 साल से कोई ट्रांजैक्शन नहीं हुआ है,तो गवर्नमेंट की नजरों में ऐसे अकाउंट को बंद माना जाता है.

लेकिन यहां आपके टैक्स रिक्लेम क्या हैं लिए एक गुड न्यूज़ है,अब से आपके बंद पीएफ अकाउंट मतलब जिसमें 3 साल से कोई ट्रांजैक्शन ना हुआ है,ऐसे पीएफ अकाउंट पर भी इंटरेस्ट मिलता रहेगा.

3.Free insurance cover

पीएफ अकाउंट ओपन करने पर यहां आपको 7 लाख रुपए तक का EDLI (Employee Deposit Link Insurance Scheme) की तरफ से फ्री में इंश्योरेंस कवर मिलता है.

जिस में Covid 19 की बीमारी इस इंश्योरेंस में कवर है. पहले इसकी लिमिट ₹ 3,60,000 थी.बाद में सरकार की तरफ से इस में बढ़ोतरी करते हुए इसके लिमिट ₹6,00,000 कर दी गई.और 2020 में फिर से एक लाख रुपए और बढ़ाए गए हैं.

याद रखे Employee के लिए बिल्कुल फ्री स्कीम है,इसके लिए आपको कोई Extra Contribution पे करने की जरूरत नहीं पड़ती.

4. एक साथ बड़े अमाउंट का फायदा.

दोस्तो सबसे पहले तो ये समझ लो पीएफ एक लोंग टर्म इन्वेस्टमेंट प्लान है. जिसमें 1 आदमी 15 साल तक इन्वेस्ट करता रहता है.

अगर सब कुछ सही रेहता है,तो 15 साल के बाद एक बड़ी अमाउंट आपको देखने को मिलती है.क्युकी ये सारा कमाल कंपाउंडिंग इंटरेस्ट के पावर है.

5.Quick Withdrawal Facility

दोस्तों वैसे तो पीएफ का पैसा बैंक अकाउंट में आने में कम से कम 3 दिन का टाइम लगता है. और अगर आप ऑफलाइन प्रोसेस को फॉलो करके क्लेम करते हो,तो कम से कम 20 दिन का वक्त लग सकता है.

लेकिन अगर आज के टाइम कोई पर्सन किसी सीरियस बीमारी के चलते अस्पताल में admit हो जाता है,तो फिर मेडिकल Emergency के चलते 1 घंटे में ही ₹ 1,00,000 तक का पीएफ अमाउंट आपको अपने बैंक अकाउंट में मिल जाता है.और इसके लिए आपको किसी डॉक्यूमेंट की भी जरूरत नहीं पड़ती.

6.Tax Free

पीएफ अकाउंट टैक्स रिक्लेम क्या हैं ओपन करने पर आपको 3 Exempt का बेनिफिट मिलता है.जिस से पीएफ स्कीम में जितना भी अमाउंट एक पर्सन डिपॉजिट करता है,वो पूरी तरह टैक्स फ्री होता है.पैसों को Withdraw करने पर भी यहां आपका कोई टैक्स नहीं कटता.

7.To Provide Loan Facilities

अगर किसी पीएफ अकाउंट होल्डर को Urgently पैसों की जरूरत पड़ जाती है,तो वो पीएफ अकाउंट आपको लोन की सुविधा भी प्रोवाइड करता है. वह भी काफी सस्ते इंटरेस्ट रेट.ये इसका सबसे बड़ा फायदा है.

8. Flexibility

एक पीएफ अकाउंट होल्डर अपने पीएफ अकाउंट को बैंक से पोस्ट ऑफिस या पोस्ट ऑफिस से बैंक में ट्रांसफर कर सकता है.

लेकिन याद रखे अकाउंट को ट्रांसफर करने की प्रोसेस थोड़ी मुश्किल जरूर होती है. लेकिन ये Flexibility ऑप्शन उसके बाद है.जिसके चलते अगर सच में किसी पीएफ अकाउंट होल्डर को अपना पीएफ अकाउंट शिफ्ट करना है,तो उसे शिफ्ट कर टैक्स रिक्लेम क्या हैं सकता है.

9.ट्रांजैक्शन फ्रीडम

दोस्तों पहले के टाइम पीएफ अकाउंट में आप साल भर में 12 बार ही पैसे डिपाजिट कर पाते थे.लेकिन अब नए नियम के हिसाब एक पीएफ अकाउंट होल्डर साल में जितनी बार चाहे उतनी बार अपने पीएफ अकाउंट में पैसे को डिपाजिट कर सकता है.अकाउंट में पैसे डिपोजिट करने की उसे फ्रीडम मिली है.

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Conclusion

दोस्तो में उम्मीद करता हु की आज के हमारे आर्टिकल में दी गई जानकारी (पीएफ अकाउंट के फायदे) आपको पसंद आई होगी.टैक्स रिक्लेम क्या हैं और ऐसे ही नए नए इनफॉर्मेशन रीड करने के लिए हमारे वेबसाइट पर दोबारा जरूर विजिट करे.

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