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UNWTO Best Tourism Village : तेलंगाना के पोचमपल्ली गांव का हुआ चयन, स्पेन में मिलेगा अवॉर्ड
तेलंगाना के पोचमपल्ली गांव को संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन (यूएनडब्ल्यूटीओ) द्वारा सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांवों में से एक के रूप में चुना गया है. केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी के कार्यालय की ओर से यह जानकारी दी गई. पोचमपल्ली इकत शैली को 2004 में जीआई (भौगोलिक संकेतक) मिला था. पर्यटन मंत्रालय ने यूएनडब्ल्यूटीओ सर्वोत्तम पर्यटन गांव के लिए भारत से तीन गांवों के नाम का सुझाव दिया था.
नई दिल्ली : तेलंगाना के पोचमपल्ली गांव को संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन (यूएनडब्ल्यूटीओ) द्वारा सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांवों में से एक के रूप में चुना गया है. यह प्रतिष्ठित पुरस्कार 2 दिसंबर को मैड्रिड, स्पेन में यूएनडब्ल्यूटीओ महासभा के 24वें सत्र के अवसर पर दिया जाएगा. भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय ने यूएनडब्ल्यूटीओ सर्वोत्तम पर्यटन गांव के लिए भारत से तीन गांवों के नाम का सुझाव दिया था. इनमें पोचमपल्ली के अलावा मेघालय के कोंगथांग, मध्य प्रदेश के लाडपुरा खास के नाम भी शामिल थे.
पोचमपल्ली गांव के लोगों को बधाई देते हुए केंद्रीय संस्कृति, पर्यटन और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री रेड्डी ने कहा कि यह प्रतिष्ठित पुरस्कार स्पेन के मेड्रिड में दो दिसंबर 2021 को यूएनडब्ल्यूटीओ महासभा के 24वें सत्र के दौरान दिया जाएगा.
मंत्री ने कहा, 'पोचमपल्ली और विशेष रूप से तेलंगाना के लोगों की ओर से मैं आभारी हूं कि पोचमपल्ली गांव को यह पुरस्कार दिया गया. मैं मंत्रालय के अधिकारियों के प्रति भी आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने प्रभावी ढंग से पोचमपल्ली का प्रतिनिधित्व किया.'
उन्होंने कहा कि पोचमपल्ली की विशेष बुनाई की कला को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'वोकल फॉर लोकल' मंत्र के जरिये आत्मनिर्भर भारत के तौर पर विशेष महत्व मिला. नलगोंडा जिले के पोचमपल्ली गांव में विशिष्ट 'इकत' शैली से साड़ियां तैयार की जाती हैं इसलिए इसे भारत की 'सिल्क सिटी' कहा जाता है.
बता दें एएसआई संकेतक कि पोचमपल्ली गांव हैदराबाद से 50 किलोमीटर दूर तेलंगाना के नलगोंडा जिले में है. इस गांव को उत्कृष्ट साड़ियों के लिए भारत के रेशम शहर के रूप में जाना जाता है. इस खास साड़ी को इकत नामक एक अनूठी शैली के माध्यम से बुना जाता है.
यूएनडब्ल्यूटीओ की पायलट परियोजना द्वारा सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांवों का उद्देश्य उन गांवों को पुरस्कृत करना है जो ग्रामीण स्थलों के उत्कृष्ट उदाहरण हैं. इसके तहत सर्वश्रेष्ठ गांव को चुनने के लिए नौ क्षेत्रों का मूल्यांकन किया जाता है. पर्यटन मंत्रालय ने भारत से यूएनडब्ल्यूटीओ बेस्ट टूरिज्म विलेज के लिए तीन गांवों की सिफारिश की थी.
इससे पहले तेलंगाना के ही रामप्पा मंदिर को यूनेस्को की धरोहर सूची में शामिल किया गया था. विश्व धरोहरों की सूची में शामिल करने के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने इस मंदिर का प्रस्ताव संस्कृति मंत्रालय को भेजा था.
तेलंगाना के वारंगल में स्थित 12वीं सदी का काकतिया रूद्रेश्वर (रामप्पा) मंदिर (Kakatiya Rudreshwara (Ramappa) Temple) इकलौता ऐसा मंदिर है, जिसका नाम इसके शिल्पकार रामप्पा के नाम पर रखा एएसआई संकेतक गया. इस मंदिर का निर्माण काकतिया वंश के महाराज ने कराया था.
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हिसार : गाड़ी के सामने पशु आने से दुर्घटना, आरएमपी डाक्टर व बाॅक्सर की मौत
दोस्त से मिलने उसके गांव सोरखी जा रहे थे दोनों
हिसार, 14 नवम्बर (हि.स.)। हिसार-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर गढ़ी गांव के समीप कार सवार दो युवकों की दर्दनाक मौत हो गई। सड़क हादसे की सूचना मिलने पर बास पुलिस ने मौके एएसआई संकेतक पर पहुंच दोनों युवकों को गाड़ी से निकाल नागरिक अस्पताल पहुंचाया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतकों की पहचान उमरा निवासी डॉ. सतीश व राकेश कुमार के रूप में हुई है।
पुलिस एएसआई संकेतक ने मृतक के भाई परमजीत के बयान पर इतेफाकिया मौत की कार्रवाई करते हुए दोनों शवों का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया। जांच अधिकारी एएसआई राकेश कुमार ने सोमवार को बताया कि उमरा एएसआई संकेतक निवासी 33 वर्षीय राकेश कुमार व 25 वर्षीय सतीश कुमार रविवार रात को अपनी कार पर सवार होकर अपने दोस्त विपिन से मिलने के लिए उसके सोरखी गांव जा रहे थे। जैसे ही उनकी कार गढ़ी गांव से थोड़ी आगे निकली तो उनकी गाड़ी के सामने अचानक ही कोई आवारा पशु सामने आ गया और पशु को बचाने के प्रयास में जैसे ही कार चालक ने ब्रेक लगाए तो गाड़ी का टायर फट गया और और उनकी कार अनियंत्रित होकर पलटे खाती हुई सड़क किनारे 20 फुट ड्रेन में जा गिरी। ड्रेन 20 फुट गहरी व उसमें पानी भरा होने के कारण राकेश व सतीश की मौके पर ही मौत हो गई।
मृतक सतीश कुमार विवाहित था और गांव में क्लिनिक चलाता था। सतीश अपने पीछे एक लड़का व लड़की तथा पत्नी छोड़ गया जबकि राकेश अविवाहित था और गांव के ही एक कोचिंग सेंटर में बाॅक्सिंग की प्रेक्टिस करता था। गांव के दो युवाओं की सड़क हादसे में मौत की सूचना के बाद गांव में सन्नाटा फैल गया और काफी संख्या में ग्रामीणों ने नागरिक अस्पताल पहुंच परिजनों को संभाला।
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एएसपी ने बैंक मैनेजर, एनएच, पीडब्ल्यूडी के अधिकारी एवं थाना प्रभारियों की ली बैठक
सूरजपुर- एएसपी मेघा टेंभुरकर ने बैंक मैनेजर, एनएच, पीडब्ल्यूडी के अधिकारी एवं थाना प्रभारियों की ली बैठक। सड़क के किनारे स्थित बैंक के सामने अव्यवस्थित रूप से खड़े होने वाले वाहनों, बैंक, एटीएम की सुरक्षा हेतु गार्ड रखने एवं अत्यधिक दुर्घटनाजन्य स्थानों की जानकारी लेकर उन स्थानों पर ब्रेकर, स्टापर एवं यातायात के संकेतक बोर्ड लगवाने के संबंध में पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल एएसआई संकेतक के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मेघा टेंभुरकर ने गुरूवार को पुलिस कन्ट्रोल रूम के सभा कक्ष में थाना व यातायात प्रभारी, बैंक व एलआईसी के शाखा प्रबंधकों,ं पीडब्ल्यूडी एवं एनएच के एएसआई संकेतक अधिकारियों की बैठक ली।
इस दौरान एएसपी सूरजपुर श्रीमती मेघा टेंभुरकर ने बैंक के शाखा प्रबंधकों को बैंक के सामने व्यवस्थित रूप से वाहनों को खड़ा कराने, बैंक एवं एटीएम में अनिवार्य रूप से गार्ड रखने, बैंक से पैसा निकालने हेतु आने वाले लोग जिनमें खासकर बड़ी रकम निकालने वाले लोगों से बैंक के कर्मचारी पूरी तस्दीक करें और पूरी संतुष्टी उपरान्त ही उन्हें पैसा दिये जायें, कई बार भोले-भाले ग्रामीणों को धोखे में रखकर किसी संदिग्ध व्यक्ति के द्वारा पैसा आहरित खाता धारकों से करवा लिया जाता है और ग्रामीणजन धोखाधड़ी के शिकार हो जाते है, बैंक के सुरक्षाकर्मी को संदिग्ध व्यक्तियों के बैंक में आने पर उसकी सूचना तत्काल पुलिस को देने, थाना प्रभारियों को नियमित रूप से बैंक की चेकिंग करने के निर्देश दिये।
शहर से गुजरने वाले नेशनल हाईवे के बीच में बने डिवाईड जिनमें लोहे का पोल गड़ा हुआ है उनमें रेडियम युक्त स्टीकर लगाने, अत्यधिक दुर्घटनाजन्य स्थानों से पहले संकेतक चिन्ह के बोर्ड लगानेे, सिलफिली से अजिरमा के बीच सड़क चैकीकरण हेतु खोदे गये गडडों एवं सड़क किनारे स्थित काटे गये पेड़ जो सड़क के किनारे पड़े हुये है वहां रेडियम लगाने एवं सेंड बोरी रखवाने के निर्देश एनएच के अधिकारियों को दिये। पीडब्ल्यूडी के अधिकारी को रिंग रोड़ के मानपुर चैक एवं चन्दरपुर से पम्पापुर रोड़ पर ब्रेकर बनवाने के निर्देश दिये। शहर से गुजरने वाली नेशनल हाईवे का निर्माण पूरा हो जाने पर सड़क के दोनों ओर मार्किंग की जायेगी, मार्किंग रेखा से बाहर वाहन खड़े करने वालों पर कार्यवाही करने की जानकारी दी।
यातायात प्रभारी के द्वारा बताया गया कि काॅ-आॅपरेटिव बैंक परिसर में वाहन पार्किंग हेतु पर्याप्त जगह है किन्तु सड़क के किनारे बने नाली की उंचाई अधिक होने के कारण पार्किंग हेतु वाहन परिसर में नहीं आ सकती जिस पर उन्होंने ने एनएच के अधिकारी को बैंक के सामने बने नाली को कटिंग कर समतल बनाने के निर्देश दिये।
शहर में बढते यातायात के दबाव को नियंत्रित करने एवं सुगम यातायात व्यवस्था बनाये रखने हेतु स्टापर की आवश्यकता पर एलईआईसी एवं बैंकों के शाखा प्रबंधकों को सहयोग करते हुये स्टापर उपलब्ध कराने हेतु कहा जिस पर बैंक एवं एलआईसी के अधिकारी ने वरिष्ठ कार्यालय से चर्चा कर स्टापर उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।
इस दौरान डीएसपी मुख्यालय निमिषा पाण्डेय, एसडीओपी सूरजपुर मनोज धु्रव, तहसीलदार नंदजी पाण्डेय, सीएमओ घनश्याम शर्मा, थाना प्रभारी दीपक पासवान, तेजनाथ सिंह, प्रदुम्मन तिवारी, ए0टोप्पो, सूबेदार सनत ठाकुर, यातायात प्रभारी सूरजन राम राजवाड़े, चैकी प्रभारी रविन्द्र प्रताप सिंह, प्रमोद पाण्डेय, एएसआई विमलेश सिंह, एनएच के सब इंजीनियर रितेश सिंह, पीडब्ल्यूडी के पंकज तिग्गा, शाखा प्रबंधक श्री कुमार, आशीष पटेल, वैभव सिंह, विनोद सोनी, गिरजा शंकर साहू एवं बी.के.पी. सिंह उपस्थित रहे।
लफरी जलप्रपात में डूबने से एक युवक की मौत…4 दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने पहुचे थे…
सूरजपुर. जिले के ओड़गी ब्लाक के लफरी जलप्रपात में डूबने से एक युवक की मौत हो गई. प्राप्त जानकारी के अनुसार अम्बिकापुर से लफरी जलप्रपात पिकनिक मनाने चार दोस्त पहुचे…
Ayodhya Verdict: सुप्रीम कोर्ट ने कहा- विवादित स्थल के नीचे का ढांचा इस्लामिक संरचना नहीं
संविधान पीठ ने कहा कि एएसआई की पुरातात्विक साक्ष्य बताने वाली रिपोर्ट को नकारा नहीं जा सकता
Published: November 9, 2019 12:07 PM IST
Ayodhya Verdict Live Updates: (नई दिल्ली) सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को अपने बहुप्रतीक्षित फैसले में कहा कि अयोध्या में विवादित स्थल के नीचे बनी संरचना इस्लामिक नहीं थी, लेकिन भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने यह साबित नहीं किया कि मस्जिद के निर्माण के लिए मंदिर गिराया गया था.
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प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद पर अपने फैसले में यह टिप्पणी की. संविधान पीठ के अन्य सदस्यों में न्यायमूर्ति एस ए बोबडे, न्यायमूर्ति धनन्जय वाई चन्द्रचूड़, न्यायमूर्ति अशोक भूषण और न्यायमूर्ति एस अब्दुल नजीर शामिल हैं.
संविधान पीठ ने कहा कि पुरातात्विक साक्ष्यों को सिर्फ एक राय बताना भारतीय पुरातत्व एएसआई संकेतक सर्वेक्षण के प्रति बहुत ही अन्याय होगा.
न्यायालय ने कहा कि हिंदू विवादित भूमि को भगवान राम का जन्म स्थान मानते हैं और मुस्लिम भी इस स्थान के बारे में यही कहते हैं. हिंदुओं की यह आस्था अविवादित है कि भगवान राम का जन्म स्थल ध्वस्त संरचना है.
पीठ ने कहा कि सीता रसोई, राम चबूतरा और भंडार गृह की उपस्थिति इस स्थान के धार्मिक होने के तथ्यों की गवाही देती है.
शीर्ष अदालत ने साथ ही यह भी कहा कि मालिकाना हक का निर्णय सिर्फ आस्था और विश्वास के आधार पर नहीं किया जा सकता और यह विवाद के बारे में फैसला लेने के संकेतक हैं.
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