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मूल्य कार्रवाई

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तेल: उत्पादन योजनाओं पर अटकलबाजी मूल्य कार्रवाई को गति दे रही है

सोमवार को वॉल स्ट्रीट जर्नल ने बताया कि ओपेक के प्रतिनिधि कुल 500,000 बैरल प्रति दिन (बीपीडी) उत्पादन कोटा बढ़ाने पर चर्चा कर रहे हैं। इसे, बीजिंग मूल्य कार्रवाई के अनुभागों को COVID प्रतिबंधों के तहत रखा जा रहा है, ब्रेंट और WTI कीमतों में $5 प्रति बैरल से अधिक की कमी। सऊदी तेल मंत्री द्वारा रिपोर्ट का खंडन किए जाने के बाद कीमतों में बाद में उछाल आया।

ओपेक की अगली बैठक भी जी7 के विवादास्पद प्रतिबंधों और समुद्री रूसी तेल पर मूल्य कैप नीतियों के 5 दिसंबर को लागू होने से ठीक पहले आ रही है। 2 सप्ताह से कम। यह संभावना नहीं है कि G7 प्रतिबंध नीति किसी भी OPEC या OPEC+ नीति से प्रभावित होगी जिस पर एक दिन पहले सहमति बनी थी।

ओपेक की अगली बैठक के संबंध में व्यापारियों को कुछ मुद्दों के बारे में पता होना चाहिए।

इराक, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात जैसे ओपेक सदस्य यूरोपीय देशों से अपने तेल की मांग में वृद्धि देख रहे हैं। G7 देशों को रूसी तेल को बदलने की जरूरत है जो वे कहीं और से तेल खरीद रहे थे, और इराक, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात कुछ तेल उत्पादक देशों में से कुछ हैं जिनके पास अतिरिक्त क्षमता है। उत्पादन कोटा में एक छोटी वृद्धि, जैसा कि वॉल स्ट्रीट जर्नल द्वारा रिपोर्ट की गई है, इराक, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात को इन आदेशों को पूरा करने की अनुमति दे सकती है।

ओपेक+ बैठक में उत्पादन कोटा में संशोधन कर सकता है। समूह अभी भी 2016 के अंत में सहमत आधारभूत कोटा का उपयोग कर रहा है। वे कोटा अक्टूबर 2016 से देशों की उत्पादन दरों पर आधारित थे और अब पुराने हो चुके हैं। कई देश अब उतने तेल का उत्पादन नहीं कर सकते जितना वे 2016 में कर सकते थे, और कुछ देश ऐसे भी हैं जो 2016 की तुलना में अधिक तेल का उत्पादन करने में सक्षम हैं। इराक ने पहले ही एक संशोधन के लिए कहा है इसके कोटे का क्योंकि इसके पास उपयोग करने की अतिरिक्त क्षमता है। इस प्रकार का देश-दर-देश संशोधन ओपेक के लिए अनसुना नहीं है। जुलाई 2021 में, संयुक्त अरब अमीरात द्वारा एक सप्ताह के लिए पूरी बैठक आयोजित करने के बाद ओपेक ने संयुक्त अरब अमीरात के बेसलाइन कोटा को संशोधित किया। हालांकि, यह बाजार के लिए फायदेमंद होगा यदि ओपेक मौजूदा उत्पादन क्षमता को दर्शाने के लिए सभी बेसलाइन कोटा को संशोधित करेगा जैसा कि पिछले महीने सऊदी तेल मंत्री ने संकेत दिया था।

ऐसी चर्चा है कि एक बार रूस पर प्रतिबंध लागू हो जाने के बाद, ओपेक+ अब एक महत्वपूर्ण बाजार शक्ति नहीं रह जाएगा क्योंकि रूसी तेल उत्पादन बाधित हो जाएगा। इसकी बहुत संभावना नहीं है क्योंकि भले ही रूसी तेल उत्पादन में 1.4 मिलियन बीपीडी (आईईए प्रक्षेपण) की गिरावट आती है, फिर भी यह गैर-जी7 देशों के लिए तेल का एक महत्वपूर्ण स्रोत बना रहेगा। मार्च और अप्रैल 2022 में बाजार की तरह समायोजन की अवधि होने की संभावना है, लेकिन रूस अभी भी वैश्विक तेल बाजार में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बना रहेगा। सऊदी-रूस संबंध मजबूत बने हुए हैं और सउदी समझते हैं कि ओपेक का रूस के बिना बाजार में अधिक प्रभाव है। भले ही रूसी तेल उत्पादन एक समय के लिए कम हो जाए, सऊदी अरब और यूएई जैसे बड़े ओपेक खिलाड़ी समझते हैं कि ओपेक+ में रूसी भागीदारी से उन्हें लंबे समय में लाभ होता है। इसलिए, वे प्रतिबंधों के बावजूद रूस को शामिल रखने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।

निर्देश: निर्धारित मूल्य से अधिक लेकर खाद बेचने पर होगी कार्रवाई

प्रखंड मुख्यालय स्थित ई-किसान भवन में सोमवार को उर्वरक निगरानी समिति व खाद विक्रेता की बैठक अनुमंडल कृषि पदाधिकारी कृत्यानंद कुमार की अध्यक्षता में अयोजित की गई। इस दौरान बैठक में प्रखंड प्रमुख वासिद अहमद, बीएओ महेंद्र प्रसाद साहू, कृषि को-ऑर्डिनेटर अजय कुमार अकेला सहित समिति के सदस्य उपस्थित थे। एसएओ कृत्यानंद कुमार ने बताया कि उर्वरक विक्रेता अपने दुकान पर लगे साइन बोर्ड में खाद का निर्धारित दर एवं स्टॉक की मूल्य कार्रवाई स्थिति आदि विवरण अवश्य लिखें। अधिकांश किसान जानकारी के अभाव में पदाधिकारियों से शिकायत करते हैं। वैसे किसान जिनको जानकारी का अभाव है, उसे सही जानकारी दे दिया मूल्य कार्रवाई जाए। उन्होंने बॉर्डर इलाके में खाद की तस्करी रोकने को लेकर सख्त हिदायत दिया। उन्होंने उर्वरक विक्रेताओं को निर्देश दिया कि किसानों का सत्यापन करने के बाद ही उसे खाद दिया जाए। खाद लेने वाले किसानों से आधार के साथ पंजीयन भी लें। ताकि उसका ठीक ढंग से सत्यापन हो सके। एक किसान को एक से 2 बोरी ही खाद दें। ताकि तस्करी को रोकने में मदद मिल सके। उन्होंने कहा कि बॉर्डर इलाके में खाद की तस्करी रोकने के लिए उर्वरक विक्रेता नजर बनाए रखें। वैसे संदिग्ध लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी।

डीएपी 1350 व यूरिया 266 रुपए की दर से होगी वितरण
बीएओ महेंद्र साहू ने बताया कि किसानों को मूल्य कार्रवाई डीएपी 1350 यूरिया 266 रुपए के दर से ही वितरण किया जाए। अक्सर शिकायतें मिल रही है की यूरिया किसानों को अधिक मूल्य में बेची जा रही है। सभी उर्वरक विक्रेता को सख्त निर्देश दिया कि अगर दुकानदारों को यूरिया में बचत नही होती है तो वे ना मंगवाए खाद, निर्धारित रेट से अधिक मूल्य लेने पर होगी कार्रवाई की जाएगी। पॉश मशीन के माध्यम से खाद वितरण किया मूल्य कार्रवाई जाना है। मौके पर पौधा संरक्षक प्रभारी मनोज कुमार, सहायक तकनीकी प्रबंधक प्रकाश कुमार एवं निर्मली उर्वरक विक्रेता मनीष शर्मा, संजय कुमार, हर्ष नाहर, विनीत जैन सहित अन्य उपस्थित थे।

ब्लड और प्लेटलेट्स का मूल्य निर्धारित, ज्यादा वसूली पर होगी कार्रवाई

डेंगू और बुखार के बढ़ते प्रकोप के बीच सीएमओ ने संभल के निजी बैंक संचालकों के मूल्य कार्रवाई साथ बैठक की। सीमएओ ने विभिन्न जांचों.

ब्लड और प्लेटलेट्स का मूल्य निर्धारित, ज्यादा वसूली पर होगी कार्रवाई

डेंगू और बुखार के बढ़ते प्रकोप के बीच सीएमओ ने संभल के निजी बैंक संचालकों के साथ बैठक की। सीमएओ ने विभिन्न जांचों के मूल्य को लेकर निर्देश दिए। कहा कि निर्धारित मूल्य से अधिक की वसूली हुई तो कार्रवाई की जाएगी।

सीएमओ डा.तरन्नुम रजा ने बैठक में कहा कि शासन द्वारा निर्धारित मूल्यों पर ही मरीजों और तीमारदारों को ब्लड उपलब्ध कराया जाए। प्लेटलेट्स निर्धारित मूल्य पर उपलब्ध कराई जाए। सरकारी मूल्य के अनुसार, होल ब्लड एक हजार चार सौ पचास रुपये, पैक्ड रेड सेल एक हजार चार सौ पचास रुपये, फ्रेश फ्रोजन प्लाजमा चार सौ रुपये, प्लेटलेट्स कंसंट्रेट दो सौ रुपये, क्रायोप्रीसीपीटेट दो सौ पचास रुपये, प्लेटलेट्स ग्यारह हजार रुपये में उपलब्ध कराई जाएंगी। सीएमओ ने कहा कि शासन द्वारा निर्धारित मूल्य से अधिक रुपये लेने की शिकायत मिलेगी तो वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। बैठक में एसीएमओ डा.पंकज कुमार विश्नोई, डा.रितु सक्सेना, डा.प्रमोद चौधरी, डा.महताब आलम रहे।

छत्तीसगढ़ में निर्धारित मूल्य पर बिके शराब, ज्यादा वसूलने वालों पर कार्रवाई हो, आबकारी मंत्री ने समीक्षा बैठक में दिए निर्देश

वाणिज्य कर (आबकारी) मंत्री कवासी लखमा ने शुक्रवार को नया रायपुर स्थित आबकारी भवन में आयोजित बैठक में विभागीय कामकाज की समीक्षा की। आबकारी मंत्री ने विभागीय अधिकारियों से कहा कि शराब का विक्रय निर्धारित मूल्य पर हो यह सुनिश्चित करें।

रायपुर, आनलाइन डेस्क। वाणिज्य मूल्य कार्रवाई कर (आबकारी) मंत्री कवासी लखमा ने शुक्रवार को नया रायपुर स्थित आबकारी भवन में आयोजित बैठक में विभागीय कामकाज की समीक्षा की। आबकारी मंत्री ने विभागीय अधिकारियों से कहा कि शराब का विक्रय निर्धारित मूल्य पर हो, यह सुनिश्चित करें। निर्धारित मूल्य से अधिक दर पर बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। मंत्री लखमा ने कहा कि शराब के अवैध भंडारण, परिवहन और विक्रय पर भी कड़ी नजर रखी जाए। निर्देशों के उल्लंघन पर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित करें।

सुकमा में निर्माणाधीन कैंप पर नक्सलियों ने की फायरिंग, जवान शहीद। फाइल फोटो

नीति का कड़ाई से पालन करवाया जाए

आबकारी विभाग के सचिव सह आयुक्त निरंजन दास ने बैठक में उपस्थित अधिकारियों से कहा कि आबकारी नीति का कड़ाई से पालन करवाया जाए। अवैध भंडारण, परिवहन और विक्रय को रोकने के लिए सतत भ्रमण और निरीक्षण करते रहें। सभी लाइसेंसी दुकानों में शराब की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। जिला आबकारी अधिकारियों को अन्य राज्यों से होने वाले शराब के अवैध परिवहन को रोकने के लिए आबकारी जांच चौकियों पर कड़ी निगरानी करने के निर्देश दिए।

हितग्राहियों को छत्तीसगढ़ का मूल निवासी होना चाहिए और साथ संबंधित परिवार के पास कृषि भूमि भी नहीं होनी चाहिए।

शराब लाकर बिक्री करने वालों के विरूद्ध कार्यवाही

उन्होंने अन्य राज्यों से अवैध शराब लाकर बिक्री करने वालों के विरूद्ध कार्यवाही एवं जिला बदर की सख्त कार्यवाही करने के भी निर्देश दिए गए। इसके अतिरिक्त टोल फ्री नंबर से प्राप्त शिकायतों के निराकरण के भी निर्देश दिए गए। बैठक में सचिव सह प्रबंध संचालक छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कारपोरेशन लिमिटेड ए. पी. त्रिपाठी, अपर आयुक्त राकेश कुमार मंडावी, आर एस ठाकुर, संभाग व जिले के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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