इन्वेस्टिंग

ट्रेडिंग प्लेटफार्मों

ट्रेडिंग प्लेटफार्मों

ट्रेडिंग प्लेटफार्मों

Q. With reference to the recently launched Indian Gas Exchange, consider the following statements:

Which of the statements given above are correct?

Q. हाल ही में प्रारंभ किए गए इंडियन गैस एक्सचेंज (Indian Gas Exchange-IGX) के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:

पूर्व कर्मचारियों की जांच के कारण एन्क्रिप्टेड ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म हॉटबिट ने सेवा बंद कर दी

इस निर्णय की व्याख्या करने के लिए, हॉटबिट का दावा है कि अप्रैल में कंपनी छोड़ने वाले एक पूर्व प्रबंधन कर्मचारी ने पिछले साल एक परियोजना में भाग लिया था, और कानून प्रवर्तन अधिकारियों को अब संदेह है कि परियोजना कानून का उल्लंघन करती है। हॉटबिट ने कहा कि परियोजना कंपनी के आंतरिक सिद्धांतों का उल्लंघन करती है और उस समय इसकी जानकारी नहीं थी।

नतीजतन, जुलाई के अंत से कई हॉटबिट वरिष्ठ अधिकारियों को कानून प्रवर्तन द्वारा बुलाया गया है और जांच में सहायता कर रहे हैं। इसके अलावा, कानून प्रवर्तन ने हॉटबिट के कुछ फंडों को फ्रीज कर दिया, जिससे प्लेटफॉर्म ठीक से काम करने में विफल रहा।

हॉटबिट की वेबसाइट के अनुसार, कंपनी हांगकांग और एस्टोनिया में पंजीकृत है, जिसमें मुख्य भूमि चीन, ताइवान और संयुक्त राज्य अमेरिका के अधिकांश कर्मचारी हैं।

हॉटबिट का मानना है कि मंच स्वयं और अन्य प्रबंधक परियोजना में शामिल नहीं हैं और किसी भी संबंधित अवैध गतिविधियों से अवगत नहीं हैं।

पासवर्ड धारकों की दहशत को कम करने के लिए, हॉटबिट ने पुष्टि की कि मंच पर सभी संपत्ति सुरक्षित हैं। हॉटबिट परिसंपत्तियों के विगलन के तुरंत बाद सामान्य सेवा फिर से शुरू करेगा और जांच के परिणाम उपलब्ध होते ही इसकी घोषणा की जाएगी।

इस निलंबन से कुछ दिन पहले, हॉटबिट सार्वजनिक होने की योजना बना रहा हैX टोकन त्रिभुजइसके वैश्विक भाग में। हालांकि, पंकाकस्वैप, यूनिस्वाप और अन्य शीर्ष DEX CEX पर सूचीबद्ध नए एन्क्रिप्शन टोकन एग्रीगेटर लिस्टिंगस्पाई ने 5 अगस्त को पाया कि लिस्टिंग के बाद, इस “शिटकॉइन” का बाजार मूल्य ETH या BTC से अधिक था, और फिर गिर गया और वॉश द्वारा कारोबार किया गया। ListingSpy बताता है कि प्रतीकात्मक मूल्य चार्ट हास्यास्पद लगता है। क्रिप्टो डेटा वेबसाइट के अनुसार, टोकन की कीमत अब लगभग $1 तक गिर गई हैअर्थशास्त्र.

Electronic Trading Platform In Hindi

Electronic Trading Platform In Hindi

Table of Contents

electronic trading platform in hindi

आज हम स्टॉक मार्केट के बेहद ही अहम माने जानेवाले ट्रेडिंग स्ट्रक्चर यानि ‘इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफार्म’ जिसे ‘ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफार्म’ के नाम से भी जाना जाता है, उसके बारेंमे विस्तार से चर्चा करेंगे (electronic trading platform in hindi)

Electronic Trading Platform ट्रेडिंग प्लेटफार्मों क्या हैं

‘इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफार्म’ जिसे एक अधुनिक टेक्नोलॉजी भी कहा जाता है जिसके जरिये हम बड़ी ही आसानी से स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करने का लाभ ले सकते हैं तो चलिए बिना किसी दैरी के इसको पूर्ण विस्तार के साथ समझते हैं

यह एक्सचेंज का ट्रेडिंग प्लेटफार्म हैं

एक बात को अवश्य नोटिस करें की इस टोपिक में हम किसी ब्रोकर्स के ट्रेडिंग प्लेटफार्म या किसी ट्रेडिंग ट्रेडिंग प्लेटफार्मों सॉफ्टवेयर की बात नहीं करेंगे बल्कि आज हम इंडियन स्टॉक मार्केट के ‘Electronic Trading Platform’ की बात करनेवाले हैं

वैसे यदि आप भारतीय शेयर बाजार के शुरुआती ट्रेडिंग प्रक्रिया को समजना चाहते है तो मेरे इस आर्टिकल About Stock Market In Hindi में आप पुराने ट्रेडिंग प्रोसेस को समज सकते है जिनसे आपको इस टोपिक में भी पकड़ मिलेंगी

इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफार्म किसे कहतें हैं

तो ‘इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफार्म’ यह एक कंप्यूटरीकृत प्रोग्रामिंग सॉफ्टवेयर है जिनके कई प्रकारों और सुविधाओं के आधार पर इनके वर्जन होते है जो पूरी तरह से SEBI के दिशा – निर्देश पर तैयार किया हुआ होता है

साथ ही स्टॉक एक्सचेंज के कन्ट्रोल में प्रसारित यह स्टॉक मार्केट में लिस्टेड हजारों कंपनीयों के स्टॉक्स पर रोज़ाना लाखों – करोड़ों शेयरों का ट्रेडिंग (कारोबार) करनेवाला एक पूरा सिस्टम होता है जिसे ‘इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफार्म’ कहा जाता है

इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म कहां उपयोगी हैं ?

यह एक ऐसा ट्रेडिंग सिस्टम एवं सॉफ्टवेयर है जो स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करते निवेशक और ब्रोकिंग व्यापारियों को वितीय मध्यस्थ के माध्यम से व्यापार यानि शेयर ट्रेडिंग करने और उनसे जुड़े खातो की निगरानी करने में मदद करता है

आमतौर पर ट्रेडिंग प्लेटफार्म सिर्फ शेयरों की ट्रेडिंग के लिए ही नहीं बल्कि दूसरे बहोत से उपयोग के लिए है जैसे की; रियल – टाइम रिकॉर्ड देखने, कंपनीयों के स्टॉक चार्जिंग टूल्स, व्यापार जगत के सभी प्रकार के न्यूज़ फीड देखने और स्टॉक ट्रेडिंग से सबंधित सभी प्रकार की सेवाएँ प्रदान करता हैं

स्टॉक मार्केट के निवेश प्लेटफार्म

इसके जरिये बहोत से ट्रेडिंग प्लेटफार्म में निवेश किया जा सकता है जैसे ट्रेडिंग प्लेटफार्मों की; स्टॉक, बांड, करेंसी, कमोडिटी, डेरिवेटिव और अन्य कई प्रकार के कारोबार (ट्रेडिंग) कर सकते हैं

वितीय मध्यस्थ के रूप में ब्रोकर्स, निवेश बैंकिंग और स्टॉक एक्सचेंजीस जैसी संस्थाए इस प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफार्म का उपयोग करने की अनुमति देते हैं

ट्रेडिंग प्लेटफार्म एक प्रकार का सोफ्टवेयर उपकरण हैं जिस की मदद से हम बाज़ार की स्थिति को प्रबंधित कर सकते है और साथ ही उन्हें निष्पादित करने के लिए भी किया जाता है

यह ट्रेडिंग प्लेटफार्म स्टॉक मार्केट के शुरुआती निवेशकों के लिए निवेश का एक सरल और सुरक्षित स्थान प्रदान करता है उनके निवेश सेवाओं में स्टॉक्स की लाइव स्ट्रीमिंग और उनके चार्ट के जरिये उनको बेहतर समजने का जरिया हैं

इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफार्म की बुनियादी बातें

इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफार्म की कुछ बुनियादी बातोँ को समजते है, इनके जरिये शेयरों में ट्रेडिंग की शुरुआत वर्ष 1970 के दशक से मार्केट के कुछ बड़े हिस्सों के द्वारा‘ इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग सिस्टम’ की रचना की यानि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के जरिए ही पहलीबार ‘इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफार्म’ की शुरुआत की थी

भारतीय शेयर बाजार का समयकाल जेसे – जेसे बीतता गया वेसे – वेसे शेयरों के ट्रेडिंग सिस्टम में ओर सुधार और विकास होता गया, एक दिन ऐसा भी आया जब कम्प्यूटर के माध्यम से इंटरनेट का उपयोग करके स्टॉक ट्रेडिंग सिस्टम को कीमतों की लाइव स्ट्रीमिंग और ऑर्डर के तत्काल निष्पादन के साथ – साथ अंतर्निहित नेटवर्क के रूप में इंटरनेट का प्रयोग किया जाने लगा

इनकी मदद से कही भी ट्रेडिंग कर सकते हैं

स्टॉक मार्केट के ट्रेडर्स इस ट्रेडिंग प्लेटफार्म की सेवाओं का कही भी लाभ ले सकते है यानि भारतीय नागरिक होने पर ट्रेडर अपनी ट्रेडिंग को दूसरे देश में भी कर सकते है फिर चाहे वो खुद ट्रेड करे या अपने ब्रोकर के जरिये ट्रेडिंग करे

स्टॉक ट्रेडिंग के इन प्लेटफार्म की मदद से दूर जगहों पर रहते हुए भी किया जाने लगा, इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफार्म अपनी विशेष सेवाओं में Script Tool जिसकी मदद से निवेशक इसका इस्तेमाल अपनी खुदकी ट्रेडिंग के लिए करे और वो भी बिना किसी ब्रोकर के जिसे ‘एल्गोरिथम ट्रेडिंग सिस्टम’ कहा जाता है

इसके विकास में वर्ष 2001 से लेकर वर्ष 2005 में ट्रेडिंग प्लेटफार्म का विकास और प्रसार ने ट्रेडिंग प्लेटफार्मों समग्र ऑनलाइन ट्रेडिंग पोर्टल्स की स्थापना को देखा और इसे किसी एक संस्था तक सीमीत होने के बजाय इसको एक पूर्णरूप ‘इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफार्म’ उभर कर आया है जिसके विकास की गति और भी स्पीड से चालू हैं

अब खुदरा निवेशकों के लिए भी होगा एल्गो ट्रेडिंग प्लेटफार्म

शेयर इंडिया सिक्योरिटी ने चंडीगढ़ की फिनटेक कंपनी के साथ की साझेदारी। कंपनी ने फिनटेक कंपनी यू ट्रेड के साथ हाथ मिलाया है, जो शेयर बाजारों के लिए एल्गोरिथम ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म प्रदान करती है।

नई दिल्ली। एल्गोरिथम आधारित व्यापार को लंबे समय से कुछ विशेषाधिकार प्राप्त लोगों तक ही सीमित माना जाता रहा है। बड़े कारपोरेट व्यवसायी और उच्च मूल्य वाले व्यक्तिगत निवेशकों ने ही अभी तक इसका लाभ उठाया है, लेकिन नोएडा के एक ब्रोकरेज ने इस तकनीक को खुदरा और छोटे निवशकों को उपलब्ध कराने के लिए चंडीगढ़ स्थित फिन-टेक कंपनी के साथ निर्णायक साझेदारी का कदम उठाया है।

शेयर इंडिया कंपनी के सीईओ सचिन गुप्ता ने कहा कि हम यूट्रेड सॉल्यूशन के साथ बीते एक दशक से काम कर रहे हैं। कंपनी निवेशकों को आधुनिक प्रौद्योगिकी सेवाएं प्रदान कर कर ही है जो ब्रोकरेज उद्योग में बड़े पैमाने पर हमारी मदद करने में सहायक रही हैं। सचिन गुप्ता ने बताया कि जब हमने खुदरा निवेशकों के लिए एक इंटरनेट-आधारित ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से खुदरा बाजार में प्रवेश करने का फैसला किया, तो हमने महसूस किया कि यह भारतीय शेयर बाजारों के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण होने जा रहा है। इसके लिए हम यूट्रेड जैसे विश्वसनीय और भरोसेमंद भागीदार के साथ काम करना चाहते ट्रेडिंग प्लेटफार्मों थे जो विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे, विशेषज्ञता और तकनीकी जानकारी के साथ हमारे अनुभव और दृष्टि को बेहतर दिशा दे सकती है।

यूट्रेड सॉल्युशन में 100 से अधिक उच्च कुशल पेशेवर युवा हैं जो विश्व स्तरीय व्यापारिक अनुभव को देने के लिए शेयर इंडिया के साथ काम कर रहे हैं। उनकी अन्य सेवाओं का व्यापक रूप से वैश्विक वित्तीय संस्थानों द्वारा उपयोग किया जा रहा है जिनमें स्टॉक ब्रोकर, एल्गो फर्म, फंड मैनेजर, स्टॉक एक्सचेंज और आखिरी ग्राहक तक सेवा उपलब्ध कराना शामिल है। वर्तमान में यूट्रेड, शेयर इंडिया के व्यापारियों और ग्राहकों के लिए एल्गो ट्रेडिंग भी प्रदान कर रहा है जिसमें संस्थान और एचएनआई (हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स) शामिल हैं।

यूट्रेड सॉल्युशन के को-फाउंडर और सीईओ कुनाल नंदवानी ने कहा कि दो अलग व्यक्ति एक समान लक्ष्य के बिना एक साथ नहीं चल सकते हैं। शेयर इंडिया और यूट्रेड साल्युशन दोनों का एक ही लक्ष्य है जिसमें खुदरा निवेशकों को अनुशासन, बेहतर जोखिम प्रबंधन, प्रदर्शन और स्वचालित ट्रेडिंग के माध्यम से बेहतर रिटर्न प्राप्त करते हुए एल्गो ट्रेडिंग क्षमताएं प्रदान करना है। यूट्रेड साल्युशन ने चंडीगढ़ से अपनी यात्रा शुरू की। 2011 में कंपनी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म, एल्गोरिथम ट्रेडिंग, जोखिम प्रबंधन और पोर्टफोलियो हैंडलिंग साल्युशन जैसी तकनीकों को एक साथ प्रदान करने वाली कंपनी के रूप में उभर कर सामने आई। दुबई, लंदन, सिंगापुर, न्यूयॉर्क, तुर्की और वियतनाम जैसे अंतरराष्ट्रीय बाजारों में उतरने से पहले कंपनी ने शुरुआत में भारत में अपने परिचालन पर ध्यान केन्द्रित किया।

पिछले ट्रेडिंग प्लेटफार्मों साल के अंत में, शेयर इंडिया सिक्योरिटीज ने 13.68 करोड़ रुपए की यूट्रेड सॉल्यूशंस में 63.5% हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया था। कुनाल नंदवानी ने अपनी बात को खत्म करते हुए कहा कि “जबकि हम बड़े पैमाने पर बीटूबी साल्युशन्स में काम कर रहे हैं, खुदरा निवेशकों के लिए एल्गो ट्रेडिंग हमारे लिए एक पूरी नई श्रृंखला खोलेगा। भारत में विशाल खुदरा बाजार की चुनौतियों और संभावनाओं को देखते हुए हम समझते हैं कि हमें विलंबता, सटीकता और डेटा संरक्षण जैसे मुद्दों को अधिक बेहतर तरीके से दूसरे स्तर पर ले जाना होगा। शेयर इंडिया जैसे अनुभवी डोमेन विशेषज्ञ के साथ काम करने से हमें उम्मीद है कि हम इस क्षेत्र में अग्रणी के रूप में उभरेंगे।“

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